आपकी दोस्ती पे नाज़ है हमें; कल था जितना भरोसा उतना आज है हमें; दोस्त वो नहीं जो ख़ुशी में साथ दे; दोस्त वही है जो हर पल अपनेपन का एहसास दे। |
हमारी गलतियों से कहीं टूट न जाना; हमारी शरारतों से कहीं रूठ न जाना; तुम्हारी दोस्ती ही है ज़िंदगी मेरी; इस प्यारे से बंधन को तुम भूल न जाना। |
दोस्त साथ हो तो रोने में भी शान है; दोस्त ना हो तो महफ़िल भी शमशान है; सारा खेल दोस्ती का है वरना; जनाज़ा और बारात एक समान है। |
खुशबू की तरह मेरी साँसों में रहना; लहू बनके मेरी नस-नस में बहना; दोस्ती होती है रिश्तों का अनमोल गहना; इसलिए दोस्त को कभी अलविदा न कहना। |
एक फूल कभी दो बार नहीं खिलता; ये जनम बार-बार नहीं मिलता; ज़िंदगी में तो मिल जाते हैं हज़ारों लोग; पर सच्चा दोस्त बार-बार नहीं मिलता। |
दोस्ती किसी से यूँ निभा लो; कि उसके दिल के सारे ग़म चुरा लो; इतनी छाप छोड़ दो किसी पर दोस्ती की; कि खुदा भी हमें अपना दोस्त बना लो। |
खुदा ने दोस्त को दोस्त से मिलवाया; दोस्तों के लिए दोस्ती का रिश्ता बनाया; फिर खुदा ने फरमाया कि; दोस्ती रहेगी उसकी कायम, जिसने दोस्ती को दिल से निभाया। |
उम्मीदों को टूटने मत देना; इस दोस्ती को कम होने मत देना; दोस्त मिलेंगे हमसे भी अच्छे पर; इस दोस्त को यूँ ही भुला मत देना। |
मेरी हँसी का हिसाब कौन करेगा; मेरी गलती को माफ़ कौन करेगा; ऐ खुदा मेरे दोस्त को सलामत रखना; वरना मेरी शादी में 'लुंगी डांस' कौन करेगा। |
न जाने कब फिर से ये मंज़र सुहाना मिलेगा; ये खिल-खिलाती हँसी और दोस्तों का याराना मिलेगा; क़ैद कर लो इन खूबसूरत लम्हों को अपनी यादों में यारो; इन्ही लम्हों से हमें ज़िंदगी में रोते हुए भी हँसने का बहाना मिलेगा। |