प्रेरणादायक Hindi SMS

  • जो सफर की शुरुआत करते हैं;<br/>
वो मंज़िल को पार करते हैं;<br/>
एक बार चलने का हौंसला रखो;<br/>
मुसाफिरों का तो रास्ते भी इंतज़ार करते हैं।Upload to Facebook
    जो सफर की शुरुआत करते हैं;
    वो मंज़िल को पार करते हैं;
    एक बार चलने का हौंसला रखो;
    मुसाफिरों का तो रास्ते भी इंतज़ार करते हैं।
  • तारों में अकेला चाँद जगमगाता है;<br/>
मुश्किलों में अकेला इंसान डगमगाता है;<br/>
काँटों से मत घबराना मेरे दोस्त;<br/>
क्योंकि काँटों में ही तो एक गुलाब मुस्कुराता है।Upload to Facebook
    तारों में अकेला चाँद जगमगाता है;
    मुश्किलों में अकेला इंसान डगमगाता है;
    काँटों से मत घबराना मेरे दोस्त;
    क्योंकि काँटों में ही तो एक गुलाब मुस्कुराता है।
  • हर दर्द की एक पहचान होती है;<br/>
ख़ुशी चंद लम्हों की मेहमान होती है;<br/>
वही बदलते हैं रुख हवाओं का;<br/>
जिनके इरादों में जान होती है।Upload to Facebook
    हर दर्द की एक पहचान होती है;
    ख़ुशी चंद लम्हों की मेहमान होती है;
    वही बदलते हैं रुख हवाओं का;
    जिनके इरादों में जान होती है।
  • अपने ग़मों की तू नुमाईश न कर;<br/>
अपने नसीब की यूँ आज़माईश न कर;<br/>
जो तेरा है वो खुद तेरे दर पर चल कर आएगा;<br/>
रोज़ उसे पाने की ख्वाहिश न कर।Upload to Facebook
    अपने ग़मों की तू नुमाईश न कर;
    अपने नसीब की यूँ आज़माईश न कर;
    जो तेरा है वो खुद तेरे दर पर चल कर आएगा;
    रोज़ उसे पाने की ख्वाहिश न कर।
  • आँधियों को ज़िद्द है जहाँ बिजलियाँ गिराने की;<br/>
मुझे भी ज़िद्द है वही आशियाँ बसाने की;<br/>
हिम्मत और हौंसले बुलंद हैं, खड़ा हूँ अभी गिरा नहीं हूँ;<br/>
अभी जंग बाकी है और मैं भी अभी हारा नहीं हूँ।Upload to Facebook
    आँधियों को ज़िद्द है जहाँ बिजलियाँ गिराने की;
    मुझे भी ज़िद्द है वही आशियाँ बसाने की;
    हिम्मत और हौंसले बुलंद हैं, खड़ा हूँ अभी गिरा नहीं हूँ;
    अभी जंग बाकी है और मैं भी अभी हारा नहीं हूँ।
  • परिंदों को नहीं दी जाती तालीम उड़ानों की;<br/>
वो खुद ही तय करते हैं मंजिल आसमानों की;<br/>
रखते हैं जो हौसला आसमानों को छूने का;<br/>
उनको नहीं होती परवाह गिर जाने की।Upload to Facebook
    परिंदों को नहीं दी जाती तालीम उड़ानों की;
    वो खुद ही तय करते हैं मंजिल आसमानों की;
    रखते हैं जो हौसला आसमानों को छूने का;
    उनको नहीं होती परवाह गिर जाने की।
  • रख हौंसला  मंज़र भी आएगा;<br/>
प्यासे के पास चल के समंदर भी आएगा;<br/>
थक कर न बैठ ए मंज़िल के मुसाफिर;<br/>
मंज़िल भी मिलेगी और मिलने का मज़ा भी आएगा।Upload to Facebook
    रख हौंसला मंज़र भी आएगा;
    प्यासे के पास चल के समंदर भी आएगा;
    थक कर न बैठ ए मंज़िल के मुसाफिर;
    मंज़िल भी मिलेगी और मिलने का मज़ा भी आएगा।
  • जो हो गया उसे सोचा नहीं करते;<br/>
जो मिल गया उसे खोया नहीं करते;<br/>
होती है हासिल मंज़िल उन्हें;<br/>
जो वक़्त और हालात पर रोया नहीं करते।Upload to Facebook
    जो हो गया उसे सोचा नहीं करते;
    जो मिल गया उसे खोया नहीं करते;
    होती है हासिल मंज़िल उन्हें;
    जो वक़्त और हालात पर रोया नहीं करते।
  • ख़्वाहिशों से नहीं गिरते महज़ फूल झोली मे;<br/>
कर्म की शाख को हिलाना होगा;<br/>
न होगा कुछ कोसने से अंधेरे को;<br/>
अपने हिस्से का दिया खुद ही जलाना होगा।Upload to Facebook
    ख़्वाहिशों से नहीं गिरते महज़ फूल झोली मे;
    कर्म की शाख को हिलाना होगा;
    न होगा कुछ कोसने से अंधेरे को;
    अपने हिस्से का दिया खुद ही जलाना होगा।
  • न संघर्ष न तकलीफ, तो क्या मज़ा है जीने में;<br/>
बड़े-बड़े तूफ़ान थम जाते हैं जब आग लगी हो सीने में।Upload to Facebook
    न संघर्ष न तकलीफ, तो क्या मज़ा है जीने में;
    बड़े-बड़े तूफ़ान थम जाते हैं जब आग लगी हो सीने में।