लड़की ने दादी को पूछा: आपके ज़माने में इतने सारे बच्चे कैसे होते थे? दादी का सटीक जवाब: बेटी, अपने दादा जी को देख... आज भी जूते पहनते हैं, पर मोज़े नहीं! |
कल Mrs. वर्मा बाज़ार में मिल गई! हाल चाल पूछने के दौरान उन्होंने बताया, "दोनों अब बड़े हो गए हैं, काबू में ही नहीं आते हैं!" साला अब समझ नहीं आ रहा है वो किसकी बात कर रही थी! |
दिन भर की थकान के बाद पत्नी: आह! कोई चीज़ इतना सुकून नहीं देती जितना दिन भर की थकान के बाद 'ब्रा' उतारना। पति: हाँ कभी 'गोटी खुजाई' हो तो जानो। |
टट्टे कितने भी टकराएं... लटकते साथ में ही हैं! कुत्ते कितना भी लड़ लें... भटकते साथ में ही हैं! चूतड़ कितने ही फूल जाएं... मटकते साथ में ही हैं! यार कितना भी झगड़ लें... पर गटकते साथ में ही हैं! |
एक घंटे तक झगड़ने के बाद: पत्नी: आखिर चाहते क्या हो तुम? पति: शांति! पत्नी: और उसने भी देने से मना कर दिया तो? पति अब तक कोमा में है! |
करोना वायरस भारत में तो सदियों से है! रात को कई कमरों से आवाज़ आती है "करो ना"। |
सुहागरात के बाद पति ने पत्नी से पूछा, "कैसा महसूस कर रही हो?" पत्नी (शरमाते हुए): आप ने तो मुझे कॉलेज के दिनों की याद दिला दी। |
चिकन ऐसे पकाओ कि कच्चा ना हो, मोहब्बत ऐसे करो कि बच्चा ना हो! |
डेंटिस्ट: मुँह खोलो! लड़की: मुझे घिन्न आती है, मैं घोड़ी बन जाऊँ! |
आज का कुविचार: बुद्धि चड्डी जैसी होती है, होनी ज़रूरी है दिखानी नही, चूतियापंती ब्रा जैसी होती है, दिखानी नही भी हो तो भी दिख जाती है, और गलती गाँड की तरह होती है, खुद की दिखती नही पर दूसरों की जरूर दिखती है। |