अनमोल वचन Hindi SMS

  • दबदबा, हुकूमत, नशा और दौलत;</br>
ये सब किरायेदार हैं, घर बदलते रहते हैं!Upload to Facebook
    दबदबा, हुकूमत, नशा और दौलत;
    ये सब किरायेदार हैं, घर बदलते रहते हैं!
  • बिना किताबों के जो पढाई सीखी जाती है, उसे ज़िन्दगी कहते हैं!
Upload to Facebook
    बिना किताबों के जो पढाई सीखी जाती है, उसे ज़िन्दगी कहते हैं!
  • जो सुख में साथ दे वो रिश्ते होते हैं;</br>
जो दुःख में साथ दे वो फ़रिश्ते होते हैं!Upload to Facebook
    जो सुख में साथ दे वो रिश्ते होते हैं;
    जो दुःख में साथ दे वो फ़रिश्ते होते हैं!
  • आजकल के रिश्ते झूठ बोलने से नहीं,</br>
बल्कि सच बोलने से टूट जाते हैं।Upload to Facebook
    आजकल के रिश्ते झूठ बोलने से नहीं,
    बल्कि सच बोलने से टूट जाते हैं।
  • खुद को बिखरने मत देना कभी किसी हाल में,</br>
लोग गिरे हुए मकान की ईंटें तक ले जाते हैं!Upload to Facebook
    खुद को बिखरने मत देना कभी किसी हाल में,
    लोग गिरे हुए मकान की ईंटें तक ले जाते हैं!
  • कल का दिन किसने देखा है,</br>
आज का दिन भी खोये क्यों;</br>
जिन घड़ियों में हँस सकते हैं,</br>
उन घड़ियों में फिर रोये क्यों!Upload to Facebook
    कल का दिन किसने देखा है,
    आज का दिन भी खोये क्यों;
    जिन घड़ियों में हँस सकते हैं,
    उन घड़ियों में फिर रोये क्यों!
  • लक्ष्मी की चोरी हो सकती है लेकिन ज्ञान की नहीं!</br>
इसलिए अपने बच्चों को धनवान नहीं शिक्षित बनायें!Upload to Facebook
    लक्ष्मी की चोरी हो सकती है लेकिन ज्ञान की नहीं!
    इसलिए अपने बच्चों को धनवान नहीं शिक्षित बनायें!
  • कमाई की कोई निश्चित परिभाषा नहीं होती है!</br>
अनुभव, रिश्ते, मान सम्मान और अच्छे मित्र सभी कमाई के रूप है!</br>
सुप्रभात!Upload to Facebook
    कमाई की कोई निश्चित परिभाषा नहीं होती है!
    अनुभव, रिश्ते, मान सम्मान और अच्छे मित्र सभी कमाई के रूप है!
    सुप्रभात!
  • अभी भी समय है एक घंटे का समय खुद के लिए जियें!</br>
याद रखें, आप नहीं चलोगे तो दवाईयाँ चलने लगेगी!Upload to Facebook
    अभी भी समय है एक घंटे का समय खुद के लिए जियें!
    याद रखें, आप नहीं चलोगे तो दवाईयाँ चलने लगेगी!
  • 'समय' और 'समझ' दोनों एक साथ खुशकिस्मत लोगों को ही मिलते हैं!<br/>
क्योंकि अक्सर 'समय' पर 'समझ' नहीं आती और 'समझ' आने पर 'समय' निकल जाता है!Upload to Facebook
    'समय' और 'समझ' दोनों एक साथ खुशकिस्मत लोगों को ही मिलते हैं!
    क्योंकि अक्सर 'समय' पर 'समझ' नहीं आती और 'समझ' आने पर 'समय' निकल जाता है!
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT