दिल में अरमान बहुत हैं; ज़िन्दगी में ग़म बहुत हैं; कब की मार डालती यह दुनिया हमें; कम्बख्त दोस्तों की दुआओं में दम बहुत हैं। |
टूटा हो दिल तो दुःख होता है; करके मोहब्बत किसी से ये दिल रोता है; दर्द का एहसास तो तब होता है जब; किसी से मोहब्बत हो और उसके दिल में कोई और होता है। |
आज जरुरत है जिसकी वो पास नहीं है; अब उनके दिल में वो एहसास नहीं है; तड़पते हैं दो पल बाते करने को; शायद अब वक़्त हमारे लिए उनके पास नहीं है। |
उन्हें चाहना हमारी कमजोरी है; उनसे कह नहीं पाना हमारी मजबूरी है; वो क्यों नहीं समझते हमारी खामोशी को; क्यों प्यार का इज़हार करना जरूरी है। |
होंठ कह नहीं सकते जो फ़साना दिल का; शायद नजरों से वह बात हो जाये; इस उम्मीद में करते हैं इंतज़ार रात का; कि शायद सपनों में ही मुलाक़ात हो जाये। |
आँखों में रहा दिल में उतर कर नहीं देखा; कश्ती के मुसाफिर ने समंदर नहीं देखा; पत्थर मुझे कहता है मेरा चाहने वाला; मैं मोम हूँ उसने मुझे छू कर नहीं देखा। |