आध्यात्मिक Hindi SMS

  • मेरी औकात से बाहर मुझे कुछ न करने देना मालिक;<br/>
क्योंकि ज़रूरत से ज्यादा रौशनी भी इंसान को अँधा कर देती है।Upload to Facebook
    मेरी औकात से बाहर मुझे कुछ न करने देना मालिक;
    क्योंकि ज़रूरत से ज्यादा रौशनी भी इंसान को अँधा कर देती है।
  • ज़मीन पे सुकून की तालाश है, मालिक तेरा बंदा कितना उदास है;<br/>
क्यों खोजता है इंसान राहत दुनिया में, जबकि हर मसले का हल तेरी अरदास है।Upload to Facebook
    ज़मीन पे सुकून की तालाश है, मालिक तेरा बंदा कितना उदास है;
    क्यों खोजता है इंसान राहत दुनिया में, जबकि हर मसले का हल तेरी अरदास है।
  • साईं कहते हैं;<br/>
उदास न हो मैं तेरे साथ हूँ;<br/>
सामने नहीं  आस-पास हूँ;<br/>
पलकों को बंद करके दिल से याद करना;<br/>
मैं और कोई नहीं तेरा विश्वास हूँ।Upload to Facebook
    साईं कहते हैं;
    उदास न हो मैं तेरे साथ हूँ;
    सामने नहीं आस-पास हूँ;
    पलकों को बंद करके दिल से याद करना;
    मैं और कोई नहीं तेरा विश्वास हूँ।
  • जानना ही है तो उस खुदा को जानो, मेरी क्या हस्ती है;<br/>
इन अनजान अजनबियों के बीच, अनजान मेरी मिट्टी है।Upload to Facebook
    जानना ही है तो उस खुदा को जानो, मेरी क्या हस्ती है;
    इन अनजान अजनबियों के बीच, अनजान मेरी मिट्टी है।
  • जब मुझे यकीन है कि खुदा मेरे साथ है;<br/>
तो इस से कोई फर्क नहीं पड़ता कि कौन कौन मेरे खिलाफ है।Upload to Facebook
    जब मुझे यकीन है कि खुदा मेरे साथ है;
    तो इस से कोई फर्क नहीं पड़ता कि कौन कौन मेरे खिलाफ है।
  • संगीत सुनकर ज्ञान नहीं मिलता;<br/>
मंदिर जाकर भगवान् नहीं मिलता;<br/>
पत्थर तो लोग इसीलिए पूजते हैं;<br/>
क्योंकि विश्वास के लायक इंसान नहीं मिलता।Upload to Facebook
    संगीत सुनकर ज्ञान नहीं मिलता;
    मंदिर जाकर भगवान् नहीं मिलता;
    पत्थर तो लोग इसीलिए पूजते हैं;
    क्योंकि विश्वास के लायक इंसान नहीं मिलता।
  • कहते है:<br/>
ज़िंदगी का आखिरी 'ठिकाना' ईश्वर का घर है।<br/>
कुछ अच्छा कर लें, मुसाफिर! किसी के घर 'खाली' हाथ नहीं जाते!Upload to Facebook
    कहते है:
    ज़िंदगी का आखिरी 'ठिकाना' ईश्वर का घर है।
    कुछ अच्छा कर लें, मुसाफिर! किसी के घर 'खाली' हाथ नहीं जाते!
  • बात किरदार में होती है;<br/>
वरना क़द में साया भी इंसान से बड़ा होता है।Upload to Facebook
    बात किरदार में होती है;
    वरना क़द में साया भी इंसान से बड़ा होता है।
  • प्रार्थना ऐसी करनी चाहिए जैसा कि;<br/>
सब कुछ ईश्वर पर ही निर्भर है;<br/>
और काम ऐसे करने चाहिए जैसे;<br/>
कि सब कुछ हम पर निर्भर है।Upload to Facebook
    प्रार्थना ऐसी करनी चाहिए जैसा कि;
    सब कुछ ईश्वर पर ही निर्भर है;
    और काम ऐसे करने चाहिए जैसे;
    कि सब कुछ हम पर निर्भर है।
  • जब तक आप खुद पर विश्वास नहीं करते;<br />
तब तक आप भगवान पर भी विश्वास नहीं कर सकते।Upload to Facebook
    जब तक आप खुद पर विश्वास नहीं करते;
    तब तक आप भगवान पर भी विश्वास नहीं कर सकते।
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