दो चीजें कभी भी लौट कर आ सकती हैं... अच्छे कर्म और सोन पापड़ी! |
लड़की: मुझे भूल जाओ विमल... मेरी शादी होने वाली है! रमेश: कौन विमल? मैं रमेश हूँ! लड़की: हाँ तो तू भी भूल जाइयो और विमल को भी बता दीयो! |
ऐ ज़िन्दगी तूने जैसे भी नचाना है नचा ले, पर गाने तो पंजाबी लगा दे! |
हमारी शख्सियत का अंदाज़ा तुम क्या लगाओगे ग़ालिब; हम तो कब्रिस्तान से भी गुज़रते हैं तो मुर्दे उठ कर पूछते हैं, "कहीं नौकरी लगी क्या भाई साहब?" |
महिलायें शुरू से ही 'गणित में कमजोर' होती हैं... इसलिए अपनी 'उम्र और वजन' सही नहीं बता पाती! |
एक पुरुष ही है जो हमेशा ढल जाता है हर किरदार में! कभी भी किसी लड़की ने लड़का बनकर फेक आईडी नही बनायीं! |
क्या कोई बतायेगा कि कामयाबी पूरा शरीर छोड़ कर कदम ही क्यों चूमती है? |
ये कैसा मौसम है? पंखा धीमा करो तो, उसमें से "चुर्र - चुर्र" की आवाज़ आती है! तेज़ करो तो नाक से "सुर्र - सुर्र" की आवाज़ आती है! |
दिवाली आ रही है, किसी को अपनी तिजोरी साफ़ करवानी है तो मुझे अभी बता दें! |
सारा काम निपटा कर बेड पर पसर कर... मोबाइल चलाने में जो सुख है, वो किसी और काम में नहीं! |