एक डॉक्टर साहब अपने दोस्त के साथ खाने की मेज पर बैठे ही थे कि टेलीफोन की घंटी बजी। डॉक्टर ने दोस्त से कहा, "भाई माफ़ करना, एक मरीज मर रहा है और मुझे तुरंत जाना है।" उनके दोस्त ने उनका हाथ पकड़ा और बोला, "बैठ जाओ यार आज तो किसी बेचारे को अपनी मौत मर जाने दो।" |
क्या आपको यह जानकर डर नहीं लगता कि डॉक्टर अपने काम को "PRACTICE" कहते हैं? |
डॉक्टर (मरीज़ से): जानते हो मैं बचपन में चाहता था कि मैं बड़ा होकर डाकू बनूं। मरीज़ (डॉकटर का बिल देखते हुए): बहुत खुशकिस्मत हैं आप, वरना आज-कल किसके सपने पूरे होते हैं। |
मरीज़: डॉक्टर साहब, मेरी दो जगह से टांग टूट गयी है। मैं क्या करूँ? डॉक्टर: दोबारा उन जगहों पर कभी मत जाना। |
एक महिला का चेक-अप करने के बाद डॉक्टर ने कहा, "कोई बीमारी नहीं है, बस आराम की जरुरत है।" महिला: लेकिन आपने मेरी जीभ तो देखी ही नहीं? डॉक्टर: उसे ही तो आराम की जरुरत है। |
मरीज (डॉक्टर से): डॉक्टर साहब मैं रोज 50 रुपये की दवाई ले रहा हूँ, पर कोई फायदा नहीं हो रहा। डॉक्टर: अब तुम मुझसे 40 रुपये वाली दवाई ले जाओ। इससे तुम्हे रोज 10 रुपये का फायदा होगा। |
डॉक्टर मरीज़ की नब्ज़ देखते हुए: तुम तो बिलकुल ठीक लग रहे हो और तुम्हारी नब्ज़ भी घडी की तरह चल रही है। मरीज़: वो इसलिए क्योंकि आपने मेरी घडी पर ही हाथ रखा हुआ है। |
मरीज़: अब मुझे पता चला कि मामूली सी खाँसी भी कितनी खतरनाक हो सकती है। डॉक्टर: और यह कैसे पता चला तुम्हें? मरीज़: आपका इतना बड़ा बिल देखकर। |
डॉक्टर: क्या बात है? मरीज़: मुझे कुत्ते ने काट लिया है। डॉक्टर: तुम्हें मालूम नहीं कि शाम को सात बजे के बाद मैं किसी को नहीं देखता। मरीज़: मालूम है, लेकिन कुत्ते को यह बात नहीं मालूम थी। |
एक महिला रोगी: डाक्टर साहब आप दवा की शीशियों पर पर्ची चिपका दें। डाक्टर: इस की क्या ज़रुरत है? महिला: दर असल, इस से मुझे पता रहेगा कि कौन सी गोली मेरे पति के लिए है और कौन सी कुत्ते के लिए है। मै नही चाहती कि शीशी बदल जाए और मेरे कुत्ते को कुछ हो जाए। |