मौसम Hindi SMS

  • इस बार गर्मी का मन है कि<br/>
दिवाली देख कर ही जाउंगी!Upload to Facebook
    इस बार गर्मी का मन है कि
    दिवाली देख कर ही जाउंगी!
  • जिस हिसाब से पानी गिर रहा है मुझे तो लगता है मेंढक ने एक और रख ली!Upload to Facebook
    जिस हिसाब से पानी गिर रहा है मुझे तो लगता है मेंढक ने एक और रख ली!
  • ऐ बारिश ज़रा खुल के बरस, ये क्या तमाशा है?<br/>
इतनी बूँदें तो व्यापारियों की आँखों से रोज टपकती हैं!Upload to Facebook
    ऐ बारिश ज़रा खुल के बरस, ये क्या तमाशा है?
    इतनी बूँदें तो व्यापारियों की आँखों से रोज टपकती हैं!
  • मौसम वालों की भविष्यवाणी सटीक थी कि `आंधी के साथ तूफान भी आयेगा`!<br/>
बीवी मायके से आते हुए अपनी माँ को साथ ले आई!Upload to Facebook
    मौसम वालों की भविष्यवाणी सटीक थी कि "आंधी के साथ तूफान भी आयेगा"!
    बीवी मायके से आते हुए अपनी माँ को साथ ले आई!
  • गर्मी इतनी भयंकर है कि...<br/>
चैन की सांस भी लो तो, नाक के बाल जल जा रहे हैं!Upload to Facebook
    गर्मी इतनी भयंकर है कि...
    चैन की सांस भी लो तो, नाक के बाल जल जा रहे हैं!
  • गर्मी इतनी बढ़ गई है कि सोच रहा हूँ पंखे के लिए 2 रेगुलेटर लगा कर इसको 10 नंबर पर चला लूँ!Upload to Facebook
    गर्मी इतनी बढ़ गई है कि सोच रहा हूँ पंखे के लिए 2 रेगुलेटर लगा कर इसको 10 नंबर पर चला लूँ!
  • कौन कहता है गर्मी खून में होती है?<br/>
असली गर्मी तो भाई जून में होती है!Upload to Facebook
    कौन कहता है गर्मी खून में होती है?
    असली गर्मी तो भाई जून में होती है!
  • हमारे शहर में आजकल सुबह नही होती साहब,<br/>
बल्कि सीधे दोपहर हो जाती है!<br/>
और जो सुबह का घर से निकला शाम को घर आये तो उसे भूला हुआ नही कहते बल्कि भुना हुआ कहते हैं!Upload to Facebook
    हमारे शहर में आजकल सुबह नही होती साहब,
    बल्कि सीधे दोपहर हो जाती है!
    और जो सुबह का घर से निकला शाम को घर आये तो उसे भूला हुआ नही कहते बल्कि भुना हुआ कहते हैं!
  • कुछ महीने पहले तक जो कपडा 2 दिनों में सूखता था वह अभी 2 घंटों में सूख रहा है!<br/>
और कितना विकास चाहिए!Upload to Facebook
    कुछ महीने पहले तक जो कपडा 2 दिनों में सूखता था वह अभी 2 घंटों में सूख रहा है!
    और कितना विकास चाहिए!
  • ए गर्मी तू अपने आप पर इतना मत इतरा हिम्मत है तो दिसंबर में आकर दिखा!Upload to Facebook
    ए गर्मी तू अपने आप पर इतना मत इतरा हिम्मत है तो दिसंबर में आकर दिखा!
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