सुबह-सुबह की पहली सुनहरी किरण; मेरे ऊपर आई और कान में धीरे से कहा; कि चलो अब जल्दी से उठ जाओ; दोस्तों को तंग करने का टाइम हो गया है। सुप्रभात! |
दिल में चाहत का होना जरूरी है; वरना याद तो रोज दुश्मन भी किया करते हैं। सुप्रभात! |
जा चूका है अँधेरा; रौशनी ने दे दिया है पहरा; आपका और मेरा रिश्ता है गहरा; मेरी तरफ से आपको शुभ सवेरा। |
ये भी एक दुआ है खुदा से; किसी का दिल ना दुखे मेरी वजह से; ऐ खुदा कर दे कुछ ऐसी इनायत मुझ पर, कि खुशियाँ ही खुशियाँ मिलें सबको मेरी वजह से। सुप्रभात! |
नई उम्मीदों से सुबह की बात करते हैं; हाथ से हाथ मिलाने की बात करते हैं; आशाओं तम्मनाओं का नाम ही है जीना; कुछ ऐसे ही जीने की बात करते हैं। सुप्रभात! |
सूरज की किरण रौशनी लाती है; उठते ही आपकी याद आती है; हम तो जाग गए आपकी यादों की दस्तक से; अब देखना है आपको हमारी याद कब आती है। सुप्रभात! |
सुबह सुबह ज़िन्दगी की शुरुआत होती है; किसी अपने से बात हो तो खास होती है; हंस के प्यार से अपनों को सुप्रभात बोलो तो; खुशियाँ अपने आप साथ होती हैं! सुप्रभात! |
सोया रहने दे मेरे दोस्त को यूँ नींद के ठंडे आग़ोश में; कहीं वो उठ ना जाए ऐ सूरज ज़रा ठहर के निकलना। सुप्रभात! |
फूल बिना खुशबू बेकार है; चाँद बिना चाँदनी बेकार है; प्यार बिना ज़िंदगी बेकार है; और मेरे सुप्रभात संदेश के बिना आपका दिन बेकार है। सुप्रभात! |
प्यारी-प्यारी सुबह है, बूँदों की बरसात है; हवा भी थोड़ी ठंडी है, मौसम भी अनुकूल है; प्यारी-प्यारी सुबह है, बस कहना सुप्रभात है। सुप्रभात! |