कलियों के खिलने के साथ; एक प्यारे एहसास के साथ; एक नए विश्वास के साथ; आपका दिन शुरू हो, एक मीठी मुस्कान के साथ। गुड मॉर्निंग! |
आपका 'मुस्कुराना' हर रोज हो; कभी चेहरा 'कमल' तो कभी 'रोज' हो; 100 पल ख़ुशी हज़ार पल 'मौज़' हो; बस ऐसा ही दिन आपका हर 'रोज़' हो। सुप्रभात! |
फूलों के खिलने का वक्त हो गया; सूरज के निकलने का वक्त हो गया; मीठी सी नींद से जागो सपनों से; हकीकत में आने का वक्त हो गया। गुड मॉर्निंग! |
सुबह आँख खोली तो प्यारी सी सुबह बोली; उठकर देख क्या नजारा है; मैंने कहा रुक पहले सलाम भेज दूं उस दोस्त को; जो सुबह से भी प्यारा है। सुप्रभात! |
ताज़ी हवा में फूलों की महक हो; पहली किरण में चिड़ियों की चहक हो; जब भी खोलो तुम अपनी पलकें; उन पलकों में बस खुशियों की झलक हो। सुप्रभात! |
उठकर देखिये सुबह का नज़ारा; हवा भी है ठंडी मौसम भी है प्यारा; सो गया चाँद और छुप गया हर एक तारा; कबूल करिए आप "सलाम-ऐ-सुबह हमारा।" गुड मॉर्निंग! |
नया सवेरा नई किरण के साथ; नया दिन एक प्यारी सी मुस्कान के साथ; आपको नया दिन मुबारक हो; ढ़ेर सारी दुआओं के साथ। गुड मॉर्निंग! |
हर सुबह की धूप कुछ याद दिलाती है; हर फूल की खुशबु एक जादू जगाती है; मानों ना मानों पर सच है मेरे यार; सुबह होते ही आपकी याद आ जाती है। गुड मॉर्निंग! |
लोग रूप देखते हैं; हम दिल देखते हैं; लोग सपना देखते हैं; हम हक़ीकत देखते हैं; बस फर्क इतना है कि; लोग दुनिया में दोस्त देखते हैं; हम दोस्तों में दुनिया देखते हैं। गुड मॉर्निंग! |
रात का अंधेरा एक ख्वाब लाता है; दिन का उजाला एक इंतजार लाता है; आप साथ हो न हों; हवा का हर झोंका आपका एहसास लाता है। गुड मॉर्निंग! |