हर दामाद को यही वहम रहता है कि, ससुराल वाले मुझे बहुत मानते हैं! |
एक बार जर्मनी में एक यहूदी कवि गिरफ्तार किये गए! कवि की बेटी ने माँ से पूछा, "पापा को पकड़ कर क्यों ले गए?" माँ बोली, "पापा ने हिटलर के खिलाफ कविता लिखी है!" बच्ची बोली, "वो भी पापा के खिलाफ कविता लिख देते!" माँ ने कहा, "वो लिख पता तो इतना खून-ख़राबा क्यों करता!" |
जो दिल के हो करीब उसे रुसवा नहीं करते, यूँ अपनी दोस्ती का तमाशा नहीं करते; खामोश रहोगे तो घुटन और बढ़ेगी, अपनों से कोई बात छुपाया नहीं करते। |
कोई हालात नहीं समझता, कोई ज़ज्बात नहीं समझता, ये तो अपनी-अपनी समझ की बात है जनाब, कोई कोरा काग़ज़ समझ लेता है, तो कोई पूरी किताब नहीं समझता! |
अब तो अलमारी के अंदर के शर्ट-पैंट एक-दूसरे से पूछने लगे हैं कि.. मालिक हैं कि निपट गए! वो तो अच्छा हुआ कि पजामे ने बोल दिया... "वैसा कुछ नही भाई, मेरी तीनों शिफ्ट में ड्यूटी लगी है।" |
आज दिन में नींद आ गयी तो सपने में देखा कि... सारे कोरोना वायरस को टिड्डी खा गयी और टिड्डियों को साईक्लोन उड़ा कर ले गया! साईक्लोन टिड्डियों को उड़ा कर चाइना ले गया और चीनी सारी टिड्डियों को खा गए! |
आम खाने का मजा तब है जब गुठलियां भी शरमा कर बोल पड़े, "छोड़िये ना... बस कीजिये, लोग देख रहे हैं!" |
'हँसी तो फँसी' ये योजना मास्क के कारण अस्थायी रूप से बंद कर दी गयी है! |
आज मन कर रहा था कोई गहरी बात लिखूँ, फिर सोचा कोई डूब गया तो लेने के देने पड़ जायेंगे! |
जीजाओं और फ़ूफ़ाओं ने टीका लगवाने से इंकार किया! बोले मुफ्त में टीका क्यों लगवाएं? ससुराल में तो टीका लगाने के पैसे मिलते हैं! |