Hindi SMS

  • `आने दो शाम को तेरे पापा को`</br>
एक यही खौफ था बच्चों को, लॉकडाउन में ये भी अब खत्म हो गया!Upload to Facebook
    "आने दो शाम को तेरे पापा को"
    एक यही खौफ था बच्चों को, लॉकडाउन में ये भी अब खत्म हो गया!
  • रौशनी नाम था उसका लेकिन</br>
7-8 लड़कों को अँधेरे में रखा था उसने!Upload to Facebook
    रौशनी नाम था उसका लेकिन
    7-8 लड़कों को अँधेरे में रखा था उसने!
  • ਜਿਹੜੀਆਂ ਬੀਬੀਆਂ ਮਾਸਕ ਲਗਾਉਣ ਦੀ ਬਜਾਏ ਚੁੰਨੀ ਨਾਲ ਮੂੰਹ ਲਪੇਟ ਲੈਂਦੀਆਂ ਹਨ, ਉਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਬੇਨਤੀ ਹੈ ਕਿ ਮਾਸਕ ਲਗਾਇਆ ਕਰੋ, ਕਿਉਂਕਿ... ਕੋਰੋਨਾ ਵਾਇਰਸ ਹੈ, ਤੁਹਾਡਾ ਜੇਠ ਨਹੀਂ ਹੈ!
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    ਜਿਹੜੀਆਂ ਬੀਬੀਆਂ ਮਾਸਕ ਲਗਾਉਣ ਦੀ ਬਜਾਏ ਚੁੰਨੀ ਨਾਲ ਮੂੰਹ ਲਪੇਟ ਲੈਂਦੀਆਂ ਹਨ, ਉਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਬੇਨਤੀ ਹੈ ਕਿ ਮਾਸਕ ਲਗਾਇਆ ਕਰੋ, ਕਿਉਂਕਿ... ਕੋਰੋਨਾ ਵਾਇਰਸ ਹੈ, ਤੁਹਾਡਾ ਜੇਠ ਨਹੀਂ ਹੈ!
  • जिंदगी को खुलकर जीने के लिए एक छोटा-सा उसूल बनाएँ!</br>
रोज़ कुछ अच्छा याद रखें और कुछ बुरा भूल जाए।</br>
सुप्रभात!Upload to Facebook
    जिंदगी को खुलकर जीने के लिए एक छोटा-सा उसूल बनाएँ!
    रोज़ कुछ अच्छा याद रखें और कुछ बुरा भूल जाए।
    सुप्रभात!
  • चित्रकार: ऐसी तस्वीर बनाऊँगा कि आपको ऐसा लगेगा की पत्नी अभी बोल पडे़गी</br>
आदमी: तो तू रहने दे भाई!Upload to Facebook
    चित्रकार: ऐसी तस्वीर बनाऊँगा कि आपको ऐसा लगेगा की पत्नी अभी बोल पडे़गी
    आदमी: तो तू रहने दे भाई!
  • उम्मीद है अब तक आप लोगों ने रेमडेसिविर बोलना सीख लिया होगा!</br>
आइये अब बोलिये, टोसिलिजुमैब!Upload to Facebook
    उम्मीद है अब तक आप लोगों ने रेमडेसिविर बोलना सीख लिया होगा!
    आइये अब बोलिये, टोसिलिजुमैब!
  • एक लड़की नये जूते पहन कर मुश्किल से चल रही थी। एक बुढ़िया ने पूछा: छोरी जूते ऑन लाइन खरीद के लाई के?</br>
लड़की भी हरियाणे की थी, और बोली: ना ताई पेड़ से तोड़ के ल्याई सूं!</br>
ताई भी हरियाणवी थी, जवाब दिया: छोरी, तोड़ने मे जल्दी कर दी, पाकण  देती, तो तेरे नाप के हो जाते!Upload to Facebook
    एक लड़की नये जूते पहन कर मुश्किल से चल रही थी। एक बुढ़िया ने पूछा: छोरी जूते ऑन लाइन खरीद के लाई के?
    लड़की भी हरियाणे की थी, और बोली: ना ताई पेड़ से तोड़ के ल्याई सूं!
    ताई भी हरियाणवी थी, जवाब दिया: छोरी, तोड़ने मे जल्दी कर दी, पाकण देती, तो तेरे नाप के हो जाते!
  • पति-पत्नी की नोंक-झोंक का विषय भी बदल रहा है!</br>
ढंग से पोंछा तो मार नहीं सकते, पता नहीं ऑफिस कैसे सँभालते होंगे?Upload to Facebook
    पति-पत्नी की नोंक-झोंक का विषय भी बदल रहा है!
    ढंग से पोंछा तो मार नहीं सकते, पता नहीं ऑफिस कैसे सँभालते होंगे?
  • पुरुषों का दर्द:</br>
ऑक्सीजन का लेवल तो ठीक है लेकिन दिन भर घर पर पड़े रहने के कारन इज़्ज़त का लेवल बहुत गिर गया है!Upload to Facebook
    पुरुषों का दर्द:
    ऑक्सीजन का लेवल तो ठीक है लेकिन दिन भर घर पर पड़े रहने के कारन इज़्ज़त का लेवल बहुत गिर गया है!
  • आपका व्यवहार ही आपको मर्द बनाता है,</br>
बाकी  मूछें, वो तो इस लॉकडाउन में सुशीला, बिमला और पिंकी को भी आ गयी हैं!Upload to Facebook
    आपका व्यवहार ही आपको मर्द बनाता है,
    बाकी मूछें, वो तो इस लॉकडाउन में सुशीला, बिमला और पिंकी को भी आ गयी हैं!
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