पप्पू: प्लीज़ मुझे अपने दिमाग में रख लो, दिल में नहीं। मिनी: दिल में क्यों नहीं? पप्पू: तुम्हारे दिल में जगह कहाँ, दिमाग तो पूरा खाली है, आराम से रहूँगा। |
प्रीतो: देखो हमारी पड़ोसन हर साल अपने पति के साथ 15-20 दिन के लिए बाहर घूमने जाती है, पर क्या आप कभी ले कर गए? बंता: मैंने उससे 4-5 बार पूछा, पर वो मना कर देती है। |
टीचर: 'ज्यों-ज्यों इलाज़ किया, मर्ज़ बढ़ता ही गया', इसमें कवि का आशय क्या है? पप्पू: सर लगता है कि कवि का इलाज़ किसी सरकारी अस्पताल में चल रहा है। |
जीतो: 26 जनवरी को परमाणु हथियारों की झाँकी देख कर कितना अच्छा लगता है। संता: मैं मोदी जी से आग्रह कर के अगली परेड मे बेलन भी रखने को कहुंगा क्योंकि हिन्दुस्तानी पती के लिए तो बेलन भी किसी परमाणु हथियार से कम नही है। |
टीचर: पप्पू एक कहानी सुनाओ, शिक्षा के साथ। पप्पू: मैने अपनी गर्लफ्रेंड फोन किया वो सो रही थी फिर उसने मुझे फोन किया मैं सो रहा था। शिक्षा: जैसी करनी वैसी भरनी |
मरीज़: डॉक्टर साहब सुस्ती रहती है, हमेशा नींद ही आती रहती है। डॉक्टर: ये लो स्मार्टफ़ोन 3G कनेक्शन के साथ Whatsapp Install कर लेना, ठीक हो जाओगे। |
जीतो मायके से वापस आयी तो संता दरवाजा खोलते हुए जोर-जोर से हँसने लगा। जीतो: ऐसे क्यों हँस रहे हो? संता: बुजुर्गों ने कहा है कि जब भी मुसीबत सामने आये उसका सामना हँसते हुये करो। |
टीचर: पप्पू, A B C सुनाओ। पप्पू: A B C टीचर: शाबाश, और सुनाओ। पप्पू: और सब बढिया, आप बताओ। |
बंटी: आज इतनी ठंड क्यों है? पप्पू: सूरज नही निकला ना बंटी: क्यों नही निकला? पप्पू: उसकी मम्मी ने नही निकलने दिया। बोली कि ठंड में कहाँ जायेगा, पड़ा रह कम्बल में, फालतू की आवारागर्दी करेगा। |
पठान: खाली पेपर को बार-बार चूम रहा था। सिंधी: ये क्या है? पठान: लव लेटर है। सिंधी: मगर ये तो खाली है। पठान: आज कल बोलचाल बंद है। |