प्रीत के धागों के बंधन में स्नेह का उमड़ रहा संसार, सारे जग में सबसे सच्चा होता है भाई बहन का प्यार, इस सच्चे प्यार को ही दर्शाता है यह राखी का पावन त्यौहार। |
आया राखी का त्यौहार है यह ख़ुशियों का त्यौहार, भर के रेशमी धागे में आया बहन का प्यार, सजी है थाली रंग-बिरंगी राखी और मिठाई से; भाई की सलामती की दुआ बहन की ज़ुबान पे आई है, भाई ने भी दिया वचन बहन की रक्षा करने का, इसी प्यार को दर्शाने देखो राखी आई है। |
बांध रही हूँ राखी मैं भैया, पर एक वचन देना होगा; नहीं कभी भी बेटी से जीवन में घृणा करना होगा; बाप बनोगे कल तुम लेकिन बेटी को भी अपनाओगे, करके जांच गर्भ में उसकी हत्या नहीं कराओगे; मां, बुआ, चाची, भाभी सब किसी-न-किसी की बेटी हैं; यह जो तेरी बहना है, यह भी तो पापा की बेटी है; बेटी अगर नहीं होगी तो बहू कहाँ से लाओगे? अपने बेटे के हाथों में राखी किससे बँधवाओगे? |
सावन का माह झरे रिमझिम फुहार, रक्षा बंधन का लो आया पावन त्यौहार; नए नए कपड़ों में सजे हैं भाई बहन, सब के मनों में देखो उमड़ रहा प्यार; रेशम के धागों का है यह मजबूत बंधन, माथे पर चमके चावल रोली और चन्दन; प्यार से मिठाई खिलाये बहन प्यारी, देख इसे छलक उठीं ऑंखें भर आया मन; रिश्तों में रुपयों का दखल अब आये न, क्या दिया क्या पाया मन न भरमाये; प्यार से बड़ा जग में और कुछ नहीं है होता, बहना को भाई और भाई बहन को ना कभी भुलाये। |
राखी आई खुशियाँ लायी, बहन आज फूली ना समाई; राखी, रोली और मिठाई, इन सब से थाली खूब सजाई; बाँधे भाई की कलाई पे धागा, भाई से ले लेती है यह वादा; राखी की लाज भईया निभाना, बहन अपनी को कभी भूल ना जाना; भाई देता बहन को वचन, दुःख उसके सब कर लेगा हरण; भाई बहन को प्यारा है, राखी का यह त्यौहार न्यारा है। राखी की सभी को शुभ कामनायें! |
राखी का त्योहार है, हर तरफ खुशियों की बौछार है; बँधा एक धागे में भाई-बहन का अटूट प्यार है। राखी की सभी को शुभ कामनायें! |
दे सलामी इस तिरंगे को जिससे तेरी शान है; सिर हमेशा ऊँचा रखना इसका जब तक शरीर में जान है। आज़ादी दिवस की शुभ कामनायें! |
आओ देश का सम्मान करें; शहीदों की शहादत याद करें; एक बार फिर से राष्ट्र की कमान; हम देशवासी अपने हाथ धरें; आओ स्वतंत्रता दिवस का मान करें। |
भारत माँ तेरी गाथा, सबसे ऊँची तेरी शान, तेरे आगे शीश झुकायें, दे तुझको हम सब सम्मान। स्वतंत्रता दिवस की शुभ कामनायें! |
आओ दोस्तों तुम्हें सुनाऊँ कहानी हिंदुस्तान की; सुभाष चंदर बोस और भगत सिंह जैसे वीरों के अभिमान की; जाति अलग, धरम अलग पर सबका बस एक ही नारा है, भारत माता की रक्षा करना लक्ष्य यही हमारा है। 15 अगस्त की सभी देशवासियों को बधाई! |