दुआ यही है हर पल मुस्कुराओ तुम; कदम जहाँ रखो वहाँ खुशियां पाओ तुम; कोई दर्द न आ पाये पास तुम्हारे; चाहो तुम जिसको वो सदा साथ हो तुम्हारे। सुप्रभात! |
तेरी आरज़ू में हमने बहारों को देखा; तेरी जुस्तजू में हमने सितारों को देखा; नहीं मिला इस से बढ़कर इन निगाहों को कोई; हमने जिसके लिए हज़ारों को देखा। शुभ रात्रि! |
सूरज आता है नयी उम्मीदों की किरणें लेकर; हर नया दिन आता है नयी कामयाबियाँ लेकर; आपका हर दिन आये आपके लिए ढेर सारी खुशियां लेकर। सुप्रभात! |
सूरज की किरणें तेज़ दें आपको; खिलते हुए फूल खुश्बू दें आपको; ख़ुदा जो देगा वो भी कम होगा; देने वाला ज़िंदगी की हर ख़ुशी दे आपको। जन्मदिन मुबारक! |
चाँद तारों से रात जगमगाने लगी है; फूलों की खुशबू दुनिया को महकाने लगी है; सो जाओ, हो गयी है रात काफी; सपनों की महफ़िल भी आपकी तरफ बढ़ने लगी है। शुभ रात्रि! |
ना मंदिर ना भगवान, ना पूजा ना स्नान; सुबह होते ही हमारा सबसे पहला काम; एक प्यारा सा पैगाम अपने दोस्त के नाम। सुप्रभात! |
चाँदनी बिखर गयी है सारी; रब्ब से है ये दुआ हमारी; जितनी प्यारी है तारों की रौशनी; आपकी नींद भी हो इतनी ही प्यारी। शुभ रात्रि! |
सुबह-सुबह हो खुशियों का मेला; न लोगों की परवाह न दुनिया का झमेला; पंछियों का संगीत और मौसम अलबेला; मुबारक हो आपको यह नया सवेरा। सुप्रभात! |
इन अंधेरों के लिए कुछ आफ़ताब माँगे हैं; दुआ में हम ने दोस्त कुछ ख़ास माँगे हैं; जब भी माँगा कुछ ख़ुदा से तो; आपके लिए खुशियों के पल बे-हिसाब माँगे हैं। शुभ रात्रि! |
खुशियों से ऐसे नाता तेरा गहरा हो; तू रखे जहाँ कदम वही पे सवेरा हो; नींद में देखे तू मनपसंद सपने; जब आँख खुली तो सब कुछ तेरा हो। सुप्रभात! |