पप्पू: कल मैंने एक शेर के मुँह पर घूंसा मारा, चीते की पूंछ खींच दी और हाथी को उठा कर नीचे फ़ेंक दिया। बंटी: फिर क्या हुआ? पप्पू: कुछ नहीं बस फिर खिलौने वाले ने मुझे दुकान से बाहर निकाल दिया। |
पप्पू स्कूल ख़त्म होने के बाद बाहर निकला तो... भिखारी (पप्पू से): एक रुपए का सवाल है बेटा। पप्पू: वो पीछे गणित के मास्टर साहब आ रहे हैं। उन्हीं से पूछ लो। |
गर्लफ्रेंड: मेरा तो तुम्हारे बिना जी नहीं लगता। पप्पू: अरे पगली, जी नहीं लगता तो 'स्टार' और 'सोनी' लगा कर देख लिया कर। वो भी अच्छे चैनल हैं। |
जीतो (पप्पू से): जा बेटा, अपना कमरा साफ़ कर ले। पप्पू: आप भी चलो मेरे साथ। जीतो: क्यों मैं क्यों चलूँ? पप्पू: आपको पता नहीं "स्वच्छ भारत अभियान" चल रहा है, आप मेरी फोटो खींचना और मैं सफाई करूँगा। जैसा आज-कल सभी नेता कर रहे हैं। |
बंटी: यार अपने आप पर सब से ज्यादा गर्व कब महसूस होता है? पप्पू: जब एग्जाम में कुछ नहीं आता और पीछे से टीचर आकर बोलती है, "कॉपी छुपा लो, पीछे वाला देख रहा है।" कसम से गर्व से सीना चौड़ा हो जाता है। |
पप्पू (डॉकटर से): क्या दूध पीने से रंग गोरा होता है? डॉक्टर: हां, होता है। पप्पू: यार आपको डॉक्टर किसने बना दिया? डॉक्टर: क्यों क्या हुआ? पप्पू: अगर दूध पीने से रंग गोरा होता तो फिर भैंस का बच्चा काला क्यों होता है? |
टीचर: वो लड़की सब लड़कों से हँस-हँस कर बात करती है। बताओ इस वाक्य में लड़की क्या है? पप्पू: टीचर, लड़की 'चालू' है। |
पप्पू: पापा, क्या स्याही महंगी होती है? संता: नहीं, पर क्यों पूछ रहे हो? पप्पू: मैंने थोड़ी सोफे पर गिरा दी तो पता नहीं मम्मी इतना क्यों चिल्ला रही थी। |
टीचर (पप्पू का होमवर्क चेक करते हुए): मुझे हैरानी हो रही है कि तुम अकेले इतनी सारी गलतियां करते हो? पप्पू: नहीं टीचर, यह सब गलतियां मैंने अकेले नहीं की हैं, मेरे पिता जी ने भी इसमें मेरी मदद की है। |
एक दिन संता, पप्पू को समझा रहा था। संता: बेटा मेहनत किया कर, मेहनत करने से कोई मर नहीं जाता। पप्पू: इसीलिए तो मैं मेहनत नहीं करता पापा। असली मजा तो उसी काम में है जिसमें जान का खतरा हो। |