अरमान Adult and Non veg Restricted Hindi Shayari

  • महफ़िल-ए-चुदाई सजाओ तो कोई बात बने,</br>
दौलत-ए-चूत लुटाओ तो कोई बात बने;</br>
दूध गिलास से पीना गंवारा नहीं है हमें,</br>
सीधा चूची से पिलाओ तो कोई बात बने!Upload to Facebook
    महफ़िल-ए-चुदाई सजाओ तो कोई बात बने,
    दौलत-ए-चूत लुटाओ तो कोई बात बने;
    दूध गिलास से पीना गंवारा नहीं है हमें,
    सीधा चूची से पिलाओ तो कोई बात बने!
  • देखकर एड़ियाँ उस की दिल में सवाल ही सवाल है;<br/>
इसकी चूत का क्या हाल होगा, जिसकी एड़ियाँ इतनी लाल हैं!Upload to Facebook
    देखकर एड़ियाँ उस की दिल में सवाल ही सवाल है;
    इसकी चूत का क्या हाल होगा, जिसकी एड़ियाँ इतनी लाल हैं!
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