अपने गले पे हीरों की बाजाय मैं अपने टेबल पर गुलाबों का होना पसंद करुँगी। |
किसी ने भी अभी तक पूरी तरह से बच्चे की आत्मा में छुपे सहानुभूति, दया और उदारता के खजाने को नहीं जाना है। वास्तविक शिक्षा का प्रयास उस खजाने को खोलना होना चाहिए। |
समाज में सबसे हिंसक तत्व अज्ञानता है। |
राजनेता चुनाव से पहले आपको स्वर्ग का वादा करते हैं और इसके बाद आपको नरक देते हैं। |
इससे पहले हम एक दूसरे को माफ़ करें, हमें एक दूसरे को समझना होगा। |
अगर मतदान से कुछ बदल सकता, तो वे इसे गैर क़ानूनी साबित कर देते। |