समय चाहे कितना भी अंधकारमय क्यों ना हो, प्रेम और आशा हमेशा संभव हैं। |
इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि कोई विशेष क्षण कितना कठिन है, प्रेम और आशा हमेशा संभव हैं। |
इस बात से कोई अंतर नहीं पड़ता कि कोई विशेष क्षण कितना कठिन है, प्रेम और आशा हमेशा संभव हैं। |