Sardar Patel Hindi Quotes

  • आपकी अच्छाई आपके मार्ग में बाधक है, इसलिए अपनी आँखों को क्रोध से लाल होने दीजिये और अन्याय का मज़बूत हाथों से सामना कीजिये।
    ~ Sardar Patel
  • आपकी अच्छाई आपके मार्ग में बाधक है, इसलिए अपनी आँखों को क्रोध से लाल होने दीजिये और अन्याय का मज़बूत हाथों से सामना कीजिये।
    ~ Sardar Patel
  • यह सच है कि पानी में तैरने वाले ही डूबते हैं, किनारे पर खड़े रहनेवाले नहीं, मगर किनारे पर खड़े रहने वाले कभी तैरना भी नहीं सीख पाते।Upload to Facebook
    यह सच है कि पानी में तैरने वाले ही डूबते हैं, किनारे पर खड़े रहनेवाले नहीं, मगर किनारे पर खड़े रहने वाले कभी तैरना भी नहीं सीख पाते।
    ~ Sardar Patel
  • ​यह सच है कि पानी में तैरने वाले ही डूबते हैं, किनारे पर खड़े रहने​ ​वाले नहीं, मगर ऐसे लोग कभी तैरना भी नहीं सीख पाते।Upload to Facebook
    ​यह सच है कि पानी में तैरने वाले ही डूबते हैं, किनारे पर खड़े रहने​ ​वाले नहीं, मगर ऐसे लोग कभी तैरना भी नहीं सीख पाते।
    ~ Sardar Patel
  • ​यहाँ तक कि यदि हम हज़ारों की दौलत भी गवां दें,​ ​और हमारा जीवन बलिदान हो जाए, हमें मुस्कुराते रहना चाहिए और ईश्वर एवं सत्य में विश्वास रखकर प्रसन्न रहना चाहिए​।
    ~ Sardar Patel
  • विश्वास और शक्ति, दोनों किसी महान काम को करने के लिए अनिवार्य है।Upload to Facebook
    विश्वास और शक्ति, दोनों किसी महान काम को करने के लिए अनिवार्य है।
    ~ Sardar Patel
  • ​एकता के बिना जनशक्ति शक्ति नहीं है जब​ ​तक उसे ठीक तरह से सामंजस्य में ना लाया जाए और एकजुट ना किया जाए, और तब यह आध्यात्मिक शक्ति बन जाती है।
    ~ Sardar Patel
  • मे​री एकमात्र इच्छा ये हैं कि भारत को एक अच्छा उत्पादक होना चाहिए और यहाँ कोई भी भूखा नहीं रहना चाहिए। और भोजन के लिए किसी के आंसू नहीं गिरने चाहिए।
    ~ Sardar Patel
  • ​​अगर हम करोड़ों का धन भी खो दे और हमें जीवन का भी त्याग करना पड़ जाए तो भी हमें ईश्वर में विश्वास रखते हुए अपने आप को खुश और चेहरे पर मुस्कराहट ही रखनी चाहिए।Upload to Facebook
    ​​अगर हम करोड़ों का धन भी खो दे और हमें जीवन का भी त्याग करना पड़ जाए तो भी हमें ईश्वर में विश्वास रखते हुए अपने आप को खुश और चेहरे पर मुस्कराहट ही रखनी चाहिए।
    ~ Sardar Patel
  • ​श्रमशक्ति में एकता बिना ताकत नहीं होती, और जब इन दोनों में सामजस्य बैठा लिया जाता है, और पूरी तरह से एक जूट हुआ जाता हैं तभी यह एक आध्यात्मिक शक्ति बनती है।Upload to Facebook
    ​श्रमशक्ति में एकता बिना ताकत नहीं होती, और जब इन दोनों में सामजस्य बैठा लिया जाता है, और पूरी तरह से एक जूट हुआ जाता हैं तभी यह एक आध्यात्मिक शक्ति बनती है।
    ~ Sardar Patel