Thiruvalluvar Hindi Quotes

  • अपनी पीड़ा सह लेना और दूसरे जीवों को पीड़ा न पहुंचाना, यही तपस्या का स्वरूप है।
Upload to Facebook
    अपनी पीड़ा सह लेना और दूसरे जीवों को पीड़ा न पहुंचाना, यही तपस्या का स्वरूप है।
    ~ Thiruvalluvar
  • धन अधिक होने पर नम्रता धारण करो, वह जरा कम पड़ने पर अपना सिर ऊंचा बनाए रखो।
    ~ Thiruvalluvar
  • धन अधिक होने पर नम्रता धारण करो, और कम पड़ने पर भी अपना सिर ऊंचा बनाए रखो।Upload to Facebook
    धन अधिक होने पर नम्रता धारण करो, और कम पड़ने पर भी अपना सिर ऊंचा बनाए रखो।
    ~ Thiruvalluvar
  • ​जब घर में अतिथि हो तब चाहे अमृत ही क्यों न हो, अकेले नहीं पीना चाहिए​​।Upload to Facebook
    ​जब घर में अतिथि हो तब चाहे अमृत ही क्यों न हो, अकेले नहीं पीना चाहिए​​।
    ~ Thiruvalluvar
  • जो आदमी नशे में मदहोश है उसकी सूरत उसकी माँ को भी बुरी लगती है।Upload to Facebook
    जो आदमी नशे में मदहोश है उसकी सूरत उसकी माँ को भी बुरी लगती है।
    ~ Thiruvalluvar
  • उत्साह मनुष्य की भाग्यशीलता का पैमाना है।Upload to Facebook
    उत्साह मनुष्य की भाग्यशीलता का पैमाना है।
    ~ Thiruvalluvar