महान बनने की चाहत तो हर एक में है, पर महान बनने के चक्कर में हम इंसान बनना भूल जाते हैं। |
कष्ट और विपत्ति मनुष्य को शिक्षा देने वाले श्रेष्ठ गुण हैं। जो साहस के साथ उनका सामना करते हैं, वे विजयी होते हैं। |
बुलंदी की उडान पर हो तो जरा सबर रखो; परिंदे बताते हैं कि आसमान में ठिकाने नही होते। |
दो तरह से देखने में चीज़ें छोटी नज़र आती हैं; दूर से और गुरूर से। |
रफ़्तार ज़िंदगी की कुछ यूँ बनाये रखिये कि दुश्मन कोई आगे निकल ना पाये दोस्त कोई पीछे छूट ना जाये। |
तक़दीर के लिखे पर कभी शिकवा ना कर; तू अभी इतना समझदार हुआ नहीं कि रब के इरादे समझ सके। |
दूसरों को उतनी जल्दी माफ़ कर दिया करो जितनी जल्दी आप उपरवाले से अपने लिए माफ़ी की उम्मीद रखते हो। |
संभव और असंभव के बीच की दूरी व्यक्ति के निशचय पर निर्भर करती है। |
हँसते हुए लोगों की संगत इत्र की दुकान जैसे होती है, कुछ ना खरीदो फिर भी रूह महका देते हैं। |
बुरी संगत उस कोयले के समान है जो गर्म हो तो हाथ जला देती है और ठंडा हो तो काला कर देती है। |