खामोशी एक बेहतरीन ख़ज़ाना हैं, लेकिन प्रॉब्लम ये हैं कि हम ख़ज़ाना संभाल नहीं सकते... इसलिए बकवास शुरू कर देते हैं! |
जिंदगी में कोई भी निर्णय जल्दी से ना लें... याद रखें, आपको जिंदगी बनानी है, मैगी नहीं। |
गलती पीठ की तरह होती है! खुद के सिवाए बाकी सब की दिखती है! |
नौकरी और चाकरी पहले एक कमाता था नौ खाते थे इसलिए 'नौ करी' कहते थे! बाद में एक कमाता था चार खा लेते थे! इसलिए उसे 'चा करी' कहते थे! इसके बाद जितना वेतन मिलता था वो खुद के तन के लिये ही पूरा पड़ता था इसलिए उसे 'वे तन' कहते हैं! और आज कल के लड़के-लड़कियां सिर्फ सेल फोन लेने के लिये ही जॉब करते हैं! इसलिए उसे 'सेल री' कहते हैं! |
पहले: अतिथि देवों भव: अब: अतिथि रिस्की भव: |
जिस व्यक्ति का दिल साफ़ होता है वो उतना ही इमोशनल भी होता है! |
आज का ज्ञान: जहाँ सच काम नहीं आता वहाँ स्क्रीन शॉट काम आता है! |
पहले लोग मरते थे और आत्मा भटकती थी! अब आत्मा मर चुकी है और लोग भटक रहे हैं! |
वक़्त मिले तो बात कर लिया करें! मौत का सीज़न चल रहा है पता नहीं कल हम हों या ना हों! |
2022 तक कोई गरीब नहीं रहेगा! कुछ कोरोना से मरेंगे, कुछ भूख से मरेंगे, कुछ नफरत से मरेंगे, कुछ जो बचेंगे वो क़र्ज़ से मरेंगे! |