अन्य Hindi SMS

  • प्रत्येक लिखी हुई बात को प्रत्येक पढ़ने वाला नहीं समझ सकता!<br/>
क्योंकि लिखने वाला भावनाएं लिखता है और लोग केवल शब्द पढ़ते हैं!Upload to Facebook
    प्रत्येक लिखी हुई बात को प्रत्येक पढ़ने वाला नहीं समझ सकता!
    क्योंकि लिखने वाला भावनाएं लिखता है और लोग केवल शब्द पढ़ते हैं!
  • आपके पास बैंक बैलेंस और राशन हैं तो कोरोना का डर है अगर दोनों खत्म हैं तो कोरोना का डर भी खत्म है!Upload to Facebook
    आपके पास बैंक बैलेंस और राशन हैं तो कोरोना का डर है अगर दोनों खत्म हैं तो कोरोना का डर भी खत्म है!
  • मास्क तो केवल एक प्रतीक है!<br/>
हकीकत तो ये है कि पूरा मानव समाज प्रकृति को मुँह दिखाने लायक नहीं रहा!Upload to Facebook
    मास्क तो केवल एक प्रतीक है!
    हकीकत तो ये है कि पूरा मानव समाज प्रकृति को मुँह दिखाने लायक नहीं रहा!
  • मरहम जैसे होते हैं कुछ लोग, शब्द बोलते ही हर दर्द गायब हो जाता है!Upload to Facebook
    मरहम जैसे होते हैं कुछ लोग, शब्द बोलते ही हर दर्द गायब हो जाता है!
  • दुनिया में बोली जानेवाली सबसे मीठी भाषा `मतलब` की भाषा है!Upload to Facebook
    दुनिया में बोली जानेवाली सबसे मीठी भाषा "मतलब" की भाषा है!
  • किसी ने पूछा कैसे हो!<br/>
मैंने कहा, `मैं तो शुरू से ऐसा ही हूँ! बस बाक़ी निर्भर आपकी ज़रूरत पर है कि आपको मुझसे काम है या नहीं!`Upload to Facebook
    किसी ने पूछा कैसे हो!
    मैंने कहा, "मैं तो शुरू से ऐसा ही हूँ! बस बाक़ी निर्भर आपकी ज़रूरत पर है कि आपको मुझसे काम है या नहीं!"
  • कहने के लिए तो पिछले 50 दिन से कोई रोड पर नहीं आया लेकिन<br/>
हकीकत ये है कि कई लोग रोड पर आ गये हैं!Upload to Facebook
    कहने के लिए तो पिछले 50 दिन से कोई रोड पर नहीं आया लेकिन
    हकीकत ये है कि कई लोग रोड पर आ गये हैं!
  • समय कितना बदल गया है!<br/>
पहले बैंक/एटीएम के बाहर लिखा होता था, `चेहरा ढक कर प्रवेश ना करें।`<br/>
अब लिखा होता है, `बिना मास्क के प्रवेश ना करें!`Upload to Facebook
    समय कितना बदल गया है!
    पहले बैंक/एटीएम के बाहर लिखा होता था, "चेहरा ढक कर प्रवेश ना करें।"
    अब लिखा होता है, "बिना मास्क के प्रवेश ना करें!"
  • रास्ते हैं खुले हुए सारे,<br/>
फिर भी ये ज़िंदगी रुकी हुई है।Upload to Facebook
    रास्ते हैं खुले हुए सारे,
    फिर भी ये ज़िंदगी रुकी हुई है।
  • गुनाह तो कुछ घिनोने हुए हैं कायनात से;<br/>
वरना गंगाजल के बजाय शराब से हाथ न धोने पड़ते!Upload to Facebook
    गुनाह तो कुछ घिनोने हुए हैं कायनात से;
    वरना गंगाजल के बजाय शराब से हाथ न धोने पड़ते!
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