प्रेरणादायक Hindi SMS

  • ख्वाहिश ऐसी करो कि आसमान तक जा सको;<br/>
दुआ ऐसी करो कि ख़ुदा को पा सको;<br/>
यूँ तो जीने के लिए पल बहुत कम हैं;<br/>
जियो ऐसे कि हर पल में ज़िंदगी पा सको।Upload to Facebook
    ख्वाहिश ऐसी करो कि आसमान तक जा सको;
    दुआ ऐसी करो कि ख़ुदा को पा सको;
    यूँ तो जीने के लिए पल बहुत कम हैं;
    जियो ऐसे कि हर पल में ज़िंदगी पा सको।
  • जो हो गया उसे सोचा नहीं करते;<br/>
जो मिल गया उसे खोया नहीं करते;<br/>
हासिल उन्हे होती है मंज़िल;<br/>
जो वक़्त और हालात पर रोया नहीं करते।Upload to Facebook
    जो हो गया उसे सोचा नहीं करते;
    जो मिल गया उसे खोया नहीं करते;
    हासिल उन्हे होती है मंज़िल;
    जो वक़्त और हालात पर रोया नहीं करते।
  • निगाहों में मंज़िल थी;
    गिरे और गिर कर संभलते रहे;
    हवाओं ने बहुत कोशिश की;
    मगर चिराग आंधियों में भी जलते रहे।
  • दुनिया का हर शौंक पाला नहीं जाता;
    कांच के खिलौनों को उछाला नहीं जाता;
    मेहनत करने से हो जाती है हर मुश्किल आसान;
    क्योंकि हर काम तक़दीर पर टाला नहीं जाता।
  • मंज़िले इंसान के हौंसले आज़माती हैं;
    सपनों के परदे आँखों से हटाती हैं;
    तू हिम्मत मत हारना ऐ दोस्त;
    क्योंकि ठोकरें ही तू इंसान को चलना सिखाती हैं।
  • जो सफर की शुरुआत करते हैं;<br/>
वो मंज़िल को पार करते हैं;<br/>
एक बार चलने का हौंसला रखो;<br/>
मुसाफिरों का तो रास्ते भी इंतज़ार करते हैं।Upload to Facebook
    जो सफर की शुरुआत करते हैं;
    वो मंज़िल को पार करते हैं;
    एक बार चलने का हौंसला रखो;
    मुसाफिरों का तो रास्ते भी इंतज़ार करते हैं।
  • तूफ़ान में कभी ताश का घर बनता;
    रोने से कभी बिगड़ा मुक़द्दर नहीं संवरता;
    दुनिया को जीतने का हौंसला रखो;
    एक बार हारने से कोई फ़क़ीर नहीं बनता;
    एक बार जीतने से कोई सिकंदर नहीं बनता।
  • तारों में अकेला चाँद जगमगाता है;<br/>
मुश्किलों में अकेला इंसान डगमगाता है;<br/>
काँटों से मत घबराना मेरे दोस्त;<br/>
क्योंकि काँटों में ही तो एक गुलाब मुस्कुराता है।Upload to Facebook
    तारों में अकेला चाँद जगमगाता है;
    मुश्किलों में अकेला इंसान डगमगाता है;
    काँटों से मत घबराना मेरे दोस्त;
    क्योंकि काँटों में ही तो एक गुलाब मुस्कुराता है।
  • हर दर्द की पहचान होती है;
    ख़ुशी चंद लम्हों की मेहमान होती है;
    वही बदलते हैं रुख हवाओं का;
    जिनके इरादों में जान होती हैं।
  • आ छू ले आसमान को, ज़मीन की तू आस न कर;
    हँसते हुए जी ले ये ज़िन्दगी, खुशियों की तू तलाश न कर;
    ग़मों को कर दे दूर तेरी किस्मत भी बदलेगी;
    सीख ले तू मुस्कुराना, हारने की तू परवाह न कर।
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