इस गर्मी में अपने झांटों पर नवरत्न तेल लगाइये और... अपनी हवस को ठंडक पहुंचाइये! |
बच्चा: घोड़ा बनो! बाप: ठीक है! बच्चा: पर कामवाली बाई की तरह नहीं, कल आप धक्के मार-मार कर थक गये पर वो चली नहीं! |
मेडिकल स्टोर पर एक आदमी कंडोम लेने गया। ₹2000/- एक नोट देकर 10/- वाला पैकेट माँगा। दुकानदार (पैकेट देते हुए): भाई साहब ये फ्री में ले जाओ... आज भाभी जी को मेरी तरफ से चोद लेना। |
जिंदगी से आज तक एक ही चीज सीखी है कि... . . . . . . . . ज्यादा मुठ मारने से कुछ प्राप्त नहीं होता बस लंड छिल जाता है! |
हम वो आशिक हैं जो सुबह को शाम बना देते हैं, छोटी छोटी मौसमबियों को आम बना देते हैं, हम से पंगा न ले छोरी, हम तो वो हैं जो छोटी सी दुकान का भी गोदाम बना देते हैं! |
लकीर मिट गई हाथों की, और वो कहती है हम उसे याद नहीं करते! |
एक नया गाना आया है मेरी चढ़ती जवानी मांगे पानी रे पानी! अब ये नहीं समझ आ रहा 'नल का या लंड का'! |
लंड जब हवस की चरम सीमा पार कर देता है तो हम उसे... स्वपनदोष का नाम दे देते हैं! |
बचपन में जब भी मेरी पतंग कट जाती थी तो बुरा लगता था, पर अब चूतिया कटता है तो लगता है पतंग कटना कम दुःख देता है! |
चाईनीज मोहब्बत थी साहब, टूट कर बिखर गई, पर लण्ड हिन्दुस्तानी था, टाँका भिड़ा के दूसरी चोद ली! |