कोई दूर है तो कोई पास है; यह वक़्त-वक़्त की बात है; हम तुम दूर हैं तो क्या हुआ; आपकी चाहत की यादें तो हमेशा अपने साथ हैँ। |
कुछ पल जी लो, शायद हम फ़िर ना मिलें; याद कर लो शायद फ़िर वक़्त ना मिले; चले जाएंगे ज़िंदगी से इतनी दूर; कि हकीकत में तो क्या शायद फ़िर सपनें में भी ना मिलें। |
मौसम की तरह बदलना आता नही हमें; पर हम आप को बदल के दिखायेंगे; भले ही कितना मना लो हमें; अब हम ना लौट कर वापस आयेंगे। |
तूफ़ान में बिखरते चले गए; तन्हाई की गहराईयों में उतरते चले गए; जन्नत थी हर शाम जिन दोस्तों के साथ; एक-एक कर सब दूर होते चले गए। |
तमाम उम्र ज़िंदगी से दूर रहे; तेरी ख़ुशी के लिए तुझसे दूर रहे; अब इस से बढ़कर वफ़ा की सज़ा क्या होगी; कि तेरे होकर भी तुझसे दूर रहे। |
आँखों के सागर में ये जलन है कैसी; आज दिल को तड़पने की लगन है कैसी; बर्फ की तरह पिघल जाएगी जिंदगी; ये तेरी दूर रहने की कसम है कैसी। |
दिल ने तेरे प्यार में मजबूर कर दिया; इस जहां की हर ख़ुशी से हमें दूर कर दिया; जिस कदर चाहा था तेरे पास आने को; उस कदर दुनिया ने मुझे तुझसे दूर कर दिया। |
आप पास रहो या दूर; हम दिल से दिल की आवाज़ मिला सकते हैं; ना ख़त के और ना फ़ोन के मोहताज़ हैं हम; पर आपके दिल को एक हिचकी से हिला सकते हैं हम। |
सितारों को गिन कर दिखाना मुश्किल होता है; किस्मत में जो लिखा हो उसे मिटाना मुश्किल है; हमें आपकी ज़रूरत हो या ना हो; पर अहमियत आपकी लफ़्ज़ों में जताना मुश्किल है। |
उस वक्त दिल कितना मजबूर होता है; जब कोई किसी की यादों में चूर-चूर होता है; रिश्ता क्या था, पता चलता है तब; जब कोई निगाहों से बहुत दूर होता है। |