ख़ुशी से दिल को आबाद करना; और गम से दिल को आज़ाद करना; हमारी बस इतनी गुजारिश है आपसे; कि हमें भी दिन में एक बार जरूर याद करना। |
लम्हों की यादें संभाल के रखना; हम याद तो आयेंगे ही लेकिन - लौटकर नहीं। |
आँखों को अश्क का पता न चलता; दिल को दर्द का एहसास न होता; कितना हसीन होता जिंदगी का सफ़र; अगर मिलकर कभी बिछड़ना न होता! |
जीना चाहते हैं मगर ज़िन्दगी रास नहीं आती; मरना चाहते हैं मगर मौत पास नहीं आती; बहुत उदास हैं हम इस ज़िन्दगी से; उनकी यादें भी तो तड़पाने से बाज़ नहीं आती। |
हम इतने स्वीट नहीं कि मधुमेह (Diabetic) हो जाए; ना इतने नमकीन हैं कि ब्लड प्रेसर बढ़ जाए; और ना इतने स्वादी हैं कि मज़ा आ जाए; पर इतने कड़वे भी नहीं कि याद ना आयें। |
ना जाने कैसे जीते हैं लोग प्यार में; मैं तो कई बार मरता हूँ, तेरी एक याद आने पे। |
कल रात चाँद बिलकुल आप जैसा था। बिलकुल: वही खूबसूरती वही नूर वही गुरूर और वही, आपकी तरह दूर। तड़प रहें हैं तेरी याद में। |
सागर में गहराई होती है; यादों में तन्हाई होती है; इस व्यस्त जिंदगी में कौन किसको याद करता है; और अगर कोई करता है तो उसकी यादों में सच्चाई होती है। |
महक होती तो तितलियाँ बहुत आती; कोई रोता तो सिसकियाँ ज़रूर आती; कहने को तो लोग मुझे बहुत याद करते हैं; मगर याद करते तो हिचकियां जरूर आती। |
ज़ुबा पर जब किसी के दर्द का अफ़साना आता है; हमें रह-रह के याद अपना दिल-ए-दीवाना आता है। |