हम बच्चे या माँ में से किसी एक को ही बचा सकते हैं! ये वाली नौटंकी केवल फिल्मों में ही होती है! असल ज़िन्दगी में अगर कोई डॉक्टर ऐसा बोले तो फिर उस डॉक्टर को कोई नहीं बचा सकता! |
एक खुशहाल व्यक्ति खुश है, इसलिए नहीं कि उसके जीवन में सब कुछ सही है। वह खुश इस लिए है क्योंकि जीवन में हर चीज के प्रति उसका रवैया सही है। सुप्रभात! |
औरत का दिल सही मायने में कब टूटता है? जब वो अपने जैसे प्रिंट का सूट मोहल्ले की काम वाली को पहने देखती है! |
पत्नी: मुझे समझदार आदमी से शादी करनी चाहिए थी! पति: समझदार आदमी कभी शादी नहीं करेगा। पत्नी: बस! मुझे बस इतना ही साबित करना था! |
ज़माना ऐसा है कि ज़िन्दगी लूडो की तरह हो गयी है! कौन जाने कब कौन किसकी गोटी काट दे! |
पत्नी कैसी होनी चाहिए? इस विषय पर एक हेड मास्टर ने दो घंटे का भाषण दिया! एक छात्र ने मोबाइल में पूरी रिकॉर्डिंग करके उनकी पत्नी ने भेज दिया! कल शायद स्कूल में छुट्टी रहेगी! |
WHO के किया चौंकाने वाला खुलासा: भारत में 87% लोग कोरोना के चलते नहीं 'उधारी' के चलते मास्क पहन के घूम रहे हैं! |
ये हमारी संस्कृति है कि हम किसी चीज़ को लात नहीं मारते, वरना फुटबॉल में आज भारत पहले नंबर पर होता! पर हम टाँग ज़रूर खींचते हैं, इसलिए कबड्डी में हम नंबर वन हैं! |
पता नहीं वो कैसे बच्चे होते हैं जो टीचर के पास नंबर बढ़वाने चले जाते थे! हम को यही डर रहता था कि जो मिले हैं कहीं वो ही ना कट जायें! |
अच्छी चाय और अच्छी राय कहीं-कहीं पर ही मिलती है! |