आओ जिंदगी में थोड़ा अकेलापन आजमाते हैं; पैसे ख़त्म हो गए रिश्तेदारों में ये खबर फैलाते हैं! |
ठंड तो ऐसे गायब हुई जैसे... . . . . ज़रूरत पड़ने पर रिश्तेदार! |
पहले लोग भावुक हुआ करते थे, रिश्ते निभाते थे! फिर प्रैक्टिकल हुए, रिश्तों से फायदा उठाते थे! और अब प्रोफेशनल है, फायदा उठया जाये, ऐसे रिश्ते बनाते हैं! |
हमेशा अच्छे लेक्चर देने वाला दोस्त... ज़िन्दगी के सारे कांड कर चुका होता है! |
हमेशा अपने दोस्तों की सुनो, क्योंकि उनके घर में उनकी कोई नहीं सुनता! |
डरता हूँ कहीं दोस्ती पर टैक्स ना लगा दे सरकार; क्योंकि मेरी ये संपत्ति मेरी आय से अधिक है! |
दोस्ती ना कभी इम्तिहान लेती है, दोस्ती ना कभी इम्तिहान देती है, दोस्ती तो वो है... जो बारिश में भीगे हुए चेहरे पर भी आँसुओं को पहचान लेती है! |
आपकी हँसी हमें बहुत प्यारी लगती है, आपकी हर खुशी हमें हमारी लगती है, कभी दूर ना करना खुद से हमें, आपकी दोस्ती जान से प्यारी लगती है। |
हाथ क्या मिलाया कुछ दोस्तों से; कमबख्त दुःख की सारी लकीरें मिट गयी! |
तीन रिश्ते तीन वक़्त में ही पहचाने जा सकते हैं! पत्नी: गरीबी में! दोस्त: मुसीबत में! औलाद: बुढ़ापे में! |