रिश्तों से बड़ी चाहत और क्या होगी; दोस्ती से बड़ी इबादत और क्या होगी; जिसे दोस्त मिल सके कोई आप जैसा; उसे ज़िंदगी से कोई और शिकायत क्या होगी। |
जो आसानी से मिले वो है धोखा, जो मुश्किल से मिले वो है इज़्ज़त; जो दिल से मिले वो है प्यार, और जो नसीब से मिले वो हैं दोस्त! |
रिश्ते "स्टोर रूम" में रखे समान की तरह हो गए हैं! जिन्हें आजकल ज़रूरत पड़ने पर ही इस्तेमाल किया जाता है! |
नाराज़गी बहुत नाज़ुक होती है; प्यार का स्पर्श मिलते ही ढ़ेर हो जाती है! |
दोस्ती कभी बड़ी नहीं होती, निभाने वाले यार हमेशा बड़े होते हैं! |
रिश्ते कभी जिंदगी के साथ-साथ नहीं चलते! रिश्ते एक बार बनते हैं और फिर जिंदगी रिश्तों के साथ-साथ चलती है! |
सबसे ज़्यादा मिलनसार लोग फेसबुक पर ही मिलते हैं! वरना कौन आज के टाइम में किसी को "Beautiful" "Cute" और "Awesome" बोलता है! |
अगर आपके पास, आपको गाली देने वाले 2-4 दोस्त हैं तो यकीन मानिये आप कभी आत्महत्या नहीं कर सकते! |
दोस्तों की महफ़िल सजे ज़माना हो गया, लगता है जैसे खुल के जिए एक ज़माना हो गया; काश कहीं मिल जाये वो काफिला दोस्तों का, ज़िंदगी जिए एक ज़माना हो गया! |
अपनों का साथ बहुत आवश्यक है! सुख है तो बढ़ जाता है और दुःख हो तो बँट जाता है! |