पिचकारी की धार, गुलाल की बौछार, अपनों का प्यार, यही है यारों होली का त्यौहार। होली की शुभ कामनायें! |
कौन कहता है कि हम होली के दिन फालतू का पानी खर्च करते हैं हम तो वो पानी खर्च करते हैं जो हमने पूरी सर्दियों में ना नहाके बचाया था। |
होली पे अधिक से अधिक पानी बचायें हो सके तो नीट पिएँ, क्योंकि जल ही जीवन है और आगे भी पीनी है आपको। |
दारू की खुशबू, गुटखे की रोटी और चरस का साग, भांग के पकौड़े और विल्स का साथ, मुबारक हो आपको, बेवड़ों का खास त्यौहार, कहते हैं आपको Happy Holi in Advance! |
चप्पल तो बीच चौराहे पे लड़की छेड़ के भी मिल जाती, पागल था जो मंदिर चला गया। चप्पल चोर |
शिव की ज्योति से नूर मिलता है, सब के दिलों को सुरूर मिलता है; जो भी जाता है भोले के द्वार, कुछ न कुछ ज़रूर मिलता है। महाशिवरात्रि की शुभ कामनायें! |
हर हर महादेव बोले जो हर जन; उसे मिले सुख समृधि और धन। महाशिवरात्रि की हार्दिक शुभ कामनायें! |
तब लगु प्रानी तिसै सरेवहु जब लगु घट महि सासा ॥ जे घटु जाइ त भाउ न जासी हरि के चरन निवासा ॥२॥ जिस कउ सबदु बसावै अंतरि चूकै तिसहि पिआसा ॥ हुकमै बूझै चउपड़ि खेलै मनु जिणि ढाले पासा ॥३॥ ~ गुरु रविदास जी। गुरु रविदास जयंती की शुभ कामनायें! |
जिनि जीउ दीआ सु रिजकु अ्मबरावै ॥ सभ घट भीतरि हाटु चलावै ॥ करि बंदिगी छाडि मै मेरा ॥ हिरदै नामु सम्हारि सवेरा ॥२॥ ~ गुरु रविदास जी। गुरु रविदास जयंती की शुभ कामनायें! |
खुशबू तेरी प्यार की मुझे महका जाती है, तेरी हर बात मुझे बहका जाती है, साँस तो बहुत देर लेती है आने में, हर साँस से पहले तेरी याद आती है। वैलेंटाइन डे मुबारक! |