सब पढ़ाया गया ज़िन्दगी की पाठशाला में - त्रिकोण, चतुष्कोण, समकोण लेकिन जीवन में जो हमेशा उपयोगी है! वो कभी नहीं पढ़ाया गया और वो है दृष्टिकोण! |
इश्क़ होने लगे तो पूजा पाठ कर लिया करो! मोहब्बत होगी तो मिल जाएगी, बला होगी तो टल जाएगी! |
इतना सीरीयस ना रहा करो, तुम दुनिया में आए हो, ICU में नहीं! |
पहली नज़र में तो सिर्फ मोह जन्म लेता है। प्रेम तो आहिस्ता आहिस्ता ही होता है। |
हमेशा उस काम को कीजिये जिसे आपकी आत्मा करने की आज्ञा देती हो, क्योंकि ये ईश्वर की आवाज़ है! |
हम भारतियों को कुछ मना करना है तो सीधा-सीधा नहीं बताते! हम कहते हैं शाम तक बताता हूँ! |
मीठा ख़रबूज़ा, अच्छे रिश्तेदार, खामोश बीवी और सुबह की नींद, बहुत किस्मत वालों को मिलती है! |
अच्छी चाय और अच्छी राय कहीं-कहीं पर ही मिलती है! |
ज़िन्दगी के इस रण में खुद ही कृष्ण और खुद ही अर्जुन बनना पड़ता है! रोज़ अपना ही सारथी बनकर जीवन का महाभारत लड़ना पड़ता है! |
आदमी की सोच और नियत समय समय पर बदलती रहती है, चाय में मक्खी गिर जाये तो चाय फेंक देता है! अगर देशी घी में मक्खी गिर जाये तो मक्खी को फेंक देता है! |