शायद फिर से वो तकदीर मिल जाए; जीवन का हसीन पल वो मिल जाए; चलो बनाएं बारिश में कागज़ की कश्ती; शायद फिर से हमारा बचपन मिल जाए। |
भगवान आपके सारे ग़म रेत पर लिख दे; तांकि वो हवा से ही मिल जाए; और खुशियां पत्थर पर लिख दे; तांकि हवा तो क्या, उसे बारिश भी ना मिटा सके। |
काश यह सपना भी पूरा हो जाए; हम भी किसी के सपनों में खो जाएं; हो हमारा भी जिक्र उनके लबों पर; हम भी उनके दिल में बस जाएं। |
आपकी जुदाई भी हमें प्यार करती है; आपकी याद बहुत बेकरार करती है; जाते जाते कहीं भी मुलाकात हो जाये आप से; तलाश आपको ये नज़र बार बार करती है। |
रूठी जो ज़िंदगी तो मना लेंगे हम; मिले जो ग़म वो सह लेंगे हम; बस आप रहना हमेशा साथ हमारे; तो निकलते हुए आंसूओं में भी मुस्कुरा लेंगे हम। |
मैंने कब चाहा कि वो ज़िंदगी मेरे नाम कर दे; बस मुझे चाहे, इतना सा काम कर दे; हर रोज़ सोचा करे, कुछ लम्हे बस; कब कहा कि मेरी याद में सुबह से शाम कर दे। |
हम इस कदर तुम पर मर मिटेंगे; तुम यहाँ देखोगे हम ही तुम्हें दिखेंगे; रखना हर पल इस दिल में हमारी याद; हमारे बाद हमारे प्यार की दास्तान दुनियां वाले लिखेंगे। |
मुस्कान आपके होंठों से कहीं जाए ना; आंसू आपकी पलकों पे कभी आए ना; पूरा हो आपका हर ख्वाब; और जो पूरा ना हो वो ख्वाब कभी आए ना। |
मेरे ईश्वर हज़ारों ऐब हैं मुझमें, नहीं कोई हुनर बेशक़, मेरी खामी को तू खूबी में तब्दील कर देना; मेरी हस्ती है एक खारे समंदर सी मेरे दाता, तू अपनी रहमतों से इसको मीठी झील कर देना! |
चाह कर भी कभी ना तुमको भुला पाएंगे हम; करते हैं वादा यह निभा पाएंगे हम; खुद को फ़ना कर देंगे इस जहान से हम; पर नाम तेरा ना दिल से मिटा पाएंगे हम। |