जितना सब्र मैंने किया है मुझे लगता है कि मुझे फल नहीं फ्रूट सलाद मिलना चाहिए! |
वो पुराने ज़माने के लोग थे जो राज़ सीने में लेकर मर जाते थे! आज कल के लोग तो स्टेटस डाल कर पूरे ज़माने को बताते फिरते हैं! |
अब फिर से वही समय आ गया है जब आपको अपनी बाइक की सीट पर बैठते ही ज्ञान हो जायेगा कि "पेड़ लगाना क्यों ज़रूरी हैं!" |
सावधान रहें, सुरक्षित रहें! भगवान अच्छे लोगों को जल्दी उठाते हैं, इसलिए बुरे बने रहें! |
लड़के 2 रूपये का शैम्पू लाते हैं और आधा-आधा कर के 2 दिन चलाते हैं! पर मज़ाल है 200 रुपये का क्वार्टर कभी 2 दिन तो छोड़ो 2 घंटे भी चल जाये! |
इंसानियत से विश्वास उसी वक़्त उठ जाता है जब आप किसी के घर जाओ और रसोई से हलवे की खुशबू आ रही है लेकिन वो नाश्ते में बिस्कुट परोस दे! |
ज़िन्दगी में कुछ बड़ा करना था और देखो बैठे-बैठे पेट बड़ा हो गया! |
वैधानिक चेतावनी: अपनी पत्नी के साथ पुन: प्यार से पेश आयें, होटल और रेस्टोरेंट कभी भी बंद हो सकते हैं! |
रिश्तेदार: रात को कितने बजे सोते हो बेटा? पप्पू: किताब उठा लूँ तो 9 बजे, मोबाइल उठा लूँ तो 2 बजे! |
जलेबी के स्त्रीलिंग होने के दो कारण हैं! एक तो वो मीठी है और दूसरा वो कभी सीधी नहीं हो सकती! |