Adult and Non veg Restricted Hindi Shayari

  • तीर क्यों चलाती हो, जब धार है तलवार में;<br/>
चुचे क्यों दिखाती हो, जब माल है सलवार में।Upload to Facebook
    तीर क्यों चलाती हो, जब धार है तलवार में;
    चुचे क्यों दिखाती हो, जब माल है सलवार में।
  • यादों की गहराई में लगा हूँ मैं खोने,
    अब जा रहा हूँ हिला कर मैं सोने!
  • ना प्यार की खुशी न ब्रेकअप का दुख;
    सिंगल रहो और दबाकर मारो मुठ!
  • फिर पलट रही हैं सर्दी की सुहानी शामें,<br/>
फिर उनकी याद में मुठ मारनें के ज़माने आ गये!Upload to Facebook
    फिर पलट रही हैं सर्दी की सुहानी शामें,
    फिर उनकी याद में मुठ मारनें के ज़माने आ गये!
  • जब से हुआ है तेरी चूत का दीदार,<br/>
मेरा लंड ऐसे खडा है जैसे चीन की दीवार।Upload to Facebook
    जब से हुआ है तेरी चूत का दीदार,
    मेरा लंड ऐसे खडा है जैसे चीन की दीवार।
  • उसकी मोहब्बत पर कैसे शक करूँ यारों,<br/>
वो अपनी शादी का कार्ड देने आई थी और देके गयी!Upload to Facebook
    उसकी मोहब्बत पर कैसे शक करूँ यारों,
    वो अपनी शादी का कार्ड देने आई थी और देके गयी!
  • सर्दियों के लिए विशेष:<br/>
चूत मारने का मज़ा भी तभी आता है ग़ालिब,<br/>
जब, मौसम हो जाड़े का और भोसड़ा हो भाड़े का।Upload to Facebook
    सर्दियों के लिए विशेष:
    चूत मारने का मज़ा भी तभी आता है ग़ालिब,
    जब, मौसम हो जाड़े का और भोसड़ा हो भाड़े का।
  • अर्ज़ किया है:<br/>
उसने होंठों से छू कर लौड़े पे नशा कर दिया;<br/>
लंड की बात तो और थी यारो उसने तो झांटों को भी खड़ा कर दिया।Upload to Facebook
    अर्ज़ किया है:
    उसने होंठों से छू कर लौड़े पे नशा कर दिया;
    लंड की बात तो और थी यारो उसने तो झांटों को भी खड़ा कर दिया।
  • मदहोश मत करो खुद को किसी का हुस्न देख कर;<br/>
मोहब्बत अगर चेहरे से होती तो खुद़ा  'छेद' ना बनाता!Upload to Facebook
    मदहोश मत करो खुद को किसी का हुस्न देख कर;
    मोहब्बत अगर चेहरे से होती तो खुद़ा 'छेद' ना बनाता!
  • देखकर एड़ियाँ उस की दिल में सवाल ही सवाल है;<br/>
इसकी चूत का क्या हाल होगा, जिसकी एड़ियाँ इतनी लाल हैं!Upload to Facebook
    देखकर एड़ियाँ उस की दिल में सवाल ही सवाल है;
    इसकी चूत का क्या हाल होगा, जिसकी एड़ियाँ इतनी लाल हैं!
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