Adult and Non veg Restricted Hindi Shayari

  • ठान लिया था अब शायरी नहीं करेंगे,
    उनका पिछवाड़ा देखा और अल्फ़ाज़ बगावत कर बैठे।
  • सभी को खलता है मेरा बड़ा होना,
    गुनाह है क्या अपने आप मेरा खड़ा होना।
  • इश्क मोहब्बत क्या है मुझे नही मालूम,
    बस उसकी याद आती है और खडा हो जाता है।
  • एक बार नहीं सौ बार ये दिल टूटा;
    पर चोदने का शौक साला फिर भी ना छूटा।
  • हम न चोद सके उन्हें, मुद्दतो तक चाहने के बाद,
    वो गैरो से चुद गये, चंद रस्में निभाने के बाद।
  • मचल उठा था ये यौवन, तेरा हुस्न देखकर,
    अब ठोकने की बारी आई तो भाग गयी मादरचोद लन देखकर।
  • तेरी चूत चुलबुली तेरी गांड खुली खुली,
    चढा दे मेरे लंड को तेरी चुत की सूली
  • महसूस करनी थी तेरे दिल की धड़कन ऐ ज़ालिम,
    बस यही वजह थी तेरे ब्लाउस में हाथ डालने की।
  • याद है वो सुहानी मुलाकात,
    पहले हाथ मिलाया फिर दिल मिले,
    फिर नंगे हुए और खूब हिले।
  • मारना ही था तो कुछ और तरीका अपना लेती जालिम,
    जहर भी चटाया तो चूत पे लगाके।
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