ऋतिक ने यहां संवाददाताओं के बताया, "यहां आकर मैं खुशी और सम्मान दोनों महसूस कर रहा हूं। हर भाई को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर यह बताने का मौका नहीं मिल पाता कि वह अपनी बहन से कितना प्यार करता है।"
सुनना की किताब के लिए प्रस्तावना ऋतिक ने ही लिखी है। उन्होंने कहा, "यह किताब मेरे पिता की जीवन यात्रा के बारे में है। मुझे अपने आखिरी दिन तक उनके जीवन से प्रेरणा मिलती रहेगी। उन्होंने प्रतिकूल मौसम वाले स्थानों पर भी शूटिंग की हैं, कितनी दिक्कतों का सामना किया है।"
निर्देशक राकेश रोशन ने फिल्मों में अभिनय भी किया है। उन्होंने 'खट्टा मीठा' और 'खूबसूरत' जैसी फिल्मों में काम किया है। उन्होंने 'खून भरी मांग', 'करण अर्जुन', 'कहो न प्यार है' और 'कृष' फिल्म श्रृंखला का निर्देशन किया है।
ऋतिक का कहना है कि उनके पिता उन लोगों में से हैं, जिनके लिए अपनी भावनाएं जता पाना एक मुश्किल काम है। उन्होंने कहा कि उनकी बहन सुनैना ने किताब अपने पिता के प्रति प्यार दर्शाने के लिए लिखी है।
ऋतिक ने कहा, "उन्होंने इस शानदार काम को अंजाम देने का फैसला किया। उन्होंने किताब लिखने का फैसला किया। इसके लिए उन्होंने बहुत मेहनत की। कई स्थानों पर गईं, शोध किया।"
वैसे किताब की लेखिका सुनैना अपनी किताब के विमोचन पर खुद मौजूद नहीं थीं, लेकिन उन्होंने एक वीडियो कॉल के माध्यम से वहां उपस्थित लोगों से संपर्क किया। सुनना ने किताब के लिए अपने पिता की बचपन से लेकर जवानी और अभिनेता से निर्देशक-निर्माता और पति से लेकर पिता बनने तक की तस्वीरें इकट्ठा कीं।
उन्होंने अपने पिता के बारे में उनके फिल्मजगत के सहयोगियों शत्रुघ्न सिन्हा, जीतेंद्र एवं ऋषि कपूर से बातचीत भी की है।