उन्होंने कहा कि हम सभी एकदूसरे को अलग अलग तरीके से प्रेरित करते हैं, लेकिन यह मेरी मां हैं जो मुझे सबसे अधिक प्रेरित करती हैं। वह हमारे परिवार की रीढ़ हैं। मेरे पिता मशहूर हस्ती हैं और मेरी बहन ने गोल्फ करियर शुरू किया है, लेकिन मेरी मां कभी चमक-दमक की दुनिया में नहीं रही।
द इंटरनेशनल इंडियन फिल्म एकेडमी (आईफा) वीकेंड एंड अवार्ड्स में वुमन ऑफ द ईयर का अवार्ड पाने के बाद दीपिका ने कहा कि वह पीछे रहना पसंद करती हैं। मेरी मां मेरे घर की वास्तविक नायिका हैं। 'हैप्पी न्यू ईयर' और 'कॉकटेल' जैसी सफल फिल्म देने वाली दीपिका का करियर अलग-अलग चरणों से गुजरा है।
उन्होंने कहा कि 'ओम शांति ओम' पहली और सर्वोत्कृष्ट फिल्म थी। मैंने उसमें दोहरी भूमिका की थी। एक क्लासिक और दूसरा समकालीन था। मैं चुनौतिपूर्ण भूमिका करना पसंद करती हूं। मैं जानती हूं कि मैंने गलतियां की हैं, लेकिन मुझे उन फिल्मों पर गर्व है जिन्होंने मुझे कुछ सिखाया है। मैं फिल्मी पृष्ठभूमि से नहीं हूं और मुझे संवाद अदायगी भी नहीं आती थी, इसलिए यह सीखने वाला अनुभव रहा है। उन्होंने कहा कि 'कॉकटेल' मेरे करियर का महत्वपूर्ण मोड़ रहा है और 'पीकू' भी ऐसा ही है।