रवि किशन ने कहा कि फिल्म की शूटिग के दौरान विनोद को सहजता से काम करता देख वह हैरान रह गए और उन्हें इस फिल्म में काम करके बड़ा मजा आया। फिल्म की शूटिंग एक महीने के अंदर पूरी कर ली गई थी।
रवि किशन ने आईएएनएस को बताया, "फिल्म की शूटिंग में मुझे बड़ा मजा आया। आप जिंदगी में ताजगी और बदलाव पसंद करते हैं और विनोद कापड़ी मुझे एक सुखद आश्चर्य के रूप में मिले। मुझे शरुआत में इन पर भरोसा ही नहीं था कि इतनी बढ़िया फिल्म यह बना सकते हैं।"
रवि किशन ने फिल्म के साथी कलाकारों संजय मिश्रा, अन्नु कपूर, राहुल बग्गा, ऋषिता भट्ट और निर्देशक कापड़ी के साथ आईएएनएस कार्यालय के दौरे में फिल्म को लेकर अपनी राय साझा की।
भोजपुरी सिनेमा के सुपरस्टार रवि किशन ने हिंदी सिनेमा में भी 'तेरे नाम', 'तनु वेड्स मनु' जैसी फिल्मों से अपनी सशक्त मौजूदगी दर्शाई है।
रवि किशन ने कहा कि वह विनोद को फिल्म निर्माण के क्षेत्र में अनाड़ी समझते थे इसलिए फिल्म करने से हिचक रहे थे। उन्होंने कहा, "मुझे इन पर भरोसा नहीं था, क्योंकि इन्हें फिल्म निर्माण का कोई अनुभव नहीं था और यह फिल्म बना रहे थे।"
फिल्म की कहानी ग्रामीण परिवेश के एक युवक के बारे में है, जिस पर न सिर्फ गांव के दबंग की भैंस 'मिस टनकपुर' के साथ दुष्कर्म का झूठा आरोप मढ़ दिया जाता है, बल्कि खाप पंचायत से युवक के लिए भैंस से शादी करने का फरमान भी जारी करवा दिया जाता है।
सामाजिक व्यवस्था पर कटाक्ष करती 'मिस टनकपुर हाजिर हो' इस शुक्रवार को सिनेमाघरों में आ रही है।