उन्होंने अपने ब्लॉग पर लिखा, `मैंने आज अपने मित्र को खो दिया। जिंदगी में एक वक्त ऐसा होता है, जब हम दोस्त बनाते नहीं, बल्कि उन्हें खो देते हैं। जिंदगी हर दिन बदलत है और हम हर दिन उन बीते दिनों को याद करते हैं और उन दिनों की स्थिरता तथा भविष्य के बारे में सोचते हैं। एक उम्र के बाद वे भावनाएं धुंधली पड़नी शुरू हो जाती हैं। इंसान अंत के लिए स्वयं को तैयार करना शुरू करता है। हम ज्यादा देर तक इस चीज से बच नहीं सकते..यह गिरफ्त में ले ही लेती है।`
अमिताभ ने लिखा, `समय हमारे जन्म के साथ ही अंत का संकेत देना शुरू कर देता है। हम पहले दिन से ही जानते हैं कि अंतत: हम कहां जाएंगे, इसके बावजूद हम उस पल को यथासंभव अपने से दूर रखने का संघर्ष करते रहते हैं। अस्तित्व की क्षणभंगुरता हर पल हमें कचोटती है। हम जानते होते हैं, इसके बावजूद हम बेपरवाह हो चलते रहते हैं।`