फिल्म के प्रमोशन के मौके पर शबाना ने कहा, 'मुझे फिल्म की कहानी पसंद आई थी, लेकिन मैं फिल्म के निर्माता और निर्देशक को नहीं जानती थी, इसलिए मैं इसमें शामिल होने से झिझक रही थी। फिर उन्होंने मेरे भाई बाबा आजमी को बतौर कैमरामैन फिल्म में लिया। वह मुझे जिस तरह फिल्माते हैं, वह मेरे लिए काफी राहत भरा होता है, इसलिए फिल्म के लिए मेरा रुख सकारात्मक हुआ, लेकिन इसका असली श्रेय जूही चावला का जाता है।'
जूही चावला के साथ पहली बार फिल्मी पर्दे पर साथ काम कर रहीं शबाना ने कहा, 'जूही को कहानी बेहद पसंद आई और उनके उत्साह को देखकर मैं भी इसके लिए राजी हो गई।'
वर्तमान शिक्षा प्रणाली में अध्यापिकाओं की स्थिति को उजागर करती फिल्म में शबाना एक मराठी अध्यापिका की भूमिका में नजर आएंगी।
जूही ने इससे पहले एक साक्षात्कार में कहा था कि शबाना के साथ काम करना बेहतरीन है और इस किरदार के लिए वह किसी और अभिनेत्री के बारे में नहीं सोच सकतीं।