पटकथा लेखकों और गीतकारों को सम्मानित करने के लिए स्क्रीनराइटर्स एसोसिएशन द्वारा पहले एसडब्ल्यूए अवॉर्ड्स 2020 का बड़ी सफलता के साथ कल आयोजन किया गया। अभिनेता वरुण बडोला और राजेश्वरी सचदेव द्वारा होस्ट किए गए अवॉर्ड्स मुख्य रूप से लेखकों पर केंद्रित है और प्रख्यात पटकथा लेखक, निर्देशक और रचनाकारों के निर्णायक मंडल ने फीचर फिल्म्स, टीवी शो, वेब सीरीज और गीत की 15 श्रेणियों में लगभग 90 प्रत्याशियों के बीच विजेता घोषित किए।
कई कलाकारों के साथ बेहद आकर्षण और उत्सव के स्वर से सजी संध्या - लेखक, निर्माता और निर्देशक आतिश कपाड़िया ने आमतौर पर लेखकों के प्रति होते दुनिया के व्यवहार पर कॉमेडी स्केच प्रस्तुत की, लेखक और स्टैंड-अप कॉमिक वरुण ग्रोवर ने हिंदी फिल्म और टेलीविजन जगत में लेखकों को अक्सर प्राप्त होते विचित्र सलाह और टिप्पणियों को अपने एक्ट में निशाना बनाया। कवि और गीतकार शैली और हुसैन हैदरी ने लेखकों को होती कठिनाइयों और खुशियों पर एक गीतात्मक जुगलबंदी प्रस्तुत की।
मेंटलिस्ट अक्षय लक्ष्मण ने दर्शकों और सदस्यों पर अपना भ्रमपूर्ण जादू बुना। गायक रेखा भारद्वाज और पटकथा लेखक, फिल्म निर्माता और संगीतकार विशाल भारद्वाज के भावपूर्ण गीत प्रदर्शन के साथ संध्या का समापन हुआ।
पहली बार हो रहे एसडब्ल्यूए अवार्ड्स २०२० को ऑनलाइन आयोजित किया गया था और निर्णायक मंडल द्वारा विभिन्न श्रेणियों में किए जा रहे पुरस्कारों की घोषणाओं के समय वातावरण उत्साह से भरपूर था। टीवी शोज़ -
आनंद महेंद्रू, अजय सिन्हा, कमलेश पांडे, लिलिपुट फारुकी, मंजुल सिन्हा, पूर्णेंदु शेखर और संजय उपाध्याय के निर्णायक मंडल ने टीवी शो की श्रेणियों में विजेताओं की घोषणा की।
1. टीवी कॉमेडी-सर्वश्रेष्ठ कहानी: नितिन केसवानी -तारक मेहता का उल्टा चश्मा के लिए
2 टीवी कॉमेडी-सर्वश्रेष्ठ संवाद : भावना व्यास --बावले उतावले के लिए
3. टीवी कॉमेडी - सर्वश्रेष्ठ पटकथा :आतिश कपाड़िया -भाखरवड़ी के लिए
4. टीवी ड्रामा - सर्वश्रेष्ठ कहानी: कोई पुरस्कार नहीं
5. टीवी ड्रामा - सर्वश्रेष्ठ संवाद : प्रीति मामगेन -मेरे डैड की दुल्हन के लिए
6. टीवी ड्रामा- सर्वश्रेष्ठ पटकथा : कार्तिक सीतारमन -मेरे डैड की दुल्हन के लिए
वेब सिरीज़-
बेस्ट ओरिजिनल ड्रामा के लिए रूचि नारायण, सुहैल ततारी और स्वेच्छा भगत; वेब सिरीज़- ओरिजिनल कॉमेडी के लिए जूही शेखर, रेशू नाथ और शिव सुब्रह्मण्यम; और अनुराधा तिवारी, अनुया जकातदार और केतकी पंडित ने वेब सीरीज सर्वश्रेष्ठ एडैपटेशन की श्रेणियों में विजेताओं की घोषणा की:
7. वेब सिरीज़ - सर्वश्रेष्ठ ओरिजिनल ड्रामा: रिची मेहता और संयुक्ता चावला शेख- दिल्ली क्राइम के लिए
8.. वेब सिरीज़ - सर्वश्रेष्ठ ओरिजिनल कॉमेडी: देविका भगत और इशिता मोइत्रा - फोर मोर शॉट्स प्लीज़! के लिए
9. वेब सिरीज़ - सर्वश्रेष्ठ अडैप्टेशन: ध्रुव नारंग, निहित भावे, पूजा तोलानी और वरुण ग्रोवर -- सेक्रेड गेम्स- सीज़न २ के लिए
गीत -
अमित खन्ना, इला अरुण, कौसर मुनीर, मयूर पुरी और पंछी जालौनवी के निर्णायक मंडल ने गीत की श्रेणियों में विजेताओं की घोषणा की-
10. सर्वश्रेष्ठ गीत -टीवी शो / वेब सिरीज़ : ज़मा हबीब- टीवी शो इशारों इशारों में के गीत "एक चुप तुम , एक चुप मैं" के लिए
11. सर्वश्रेष्ठ गीत- फीचर फिल्म्स : मनोज मुंतशिर -फिल्म केसरी के गीत "तेरी मिट्टी" के लिए फीचर फिल्म्स -
अपूर्व असरानी, अश्विनी अय्यर तिवारी और लीना यादव के निर्णायक मंडल ने बेस्ट जेंडर सेंसिटिव स्क्रिप्ट श्रेणी में विजेता की घोषणा की:
12. सर्वश्रेष्ठ जेंडर सेंसिटिव स्क्रिप्ट : इवान अय्यर और किसलय --सोनी के लिए
अशोक मिश्रा, अतुल तिवारी, जूही चतुर्वेदी, साकेत चौधरी, उर्मी जुवेकर, विजय कृष्ण आचार्य और विनय शुक्ला के निर्णायक मंडल ने फीचर फिल्म्स की श्रेणियों में विजेताओं की घोषणा की:
13. फ़ीचर फिल्म्स - सर्वश्रेष्ठ डेब्यु लेखक : इवान अय्यर और किसलय -- सोनी के लिए
14. फीचर फिल्म्स - सर्वश्रेष्ठ संवाद : विजय मौर्या - गली बॉय के लिए
15. फीचर फिल्म्स - सर्वश्रेष्ठ कहानी : अनुभव सिन्हा और गौरव सोलंकी-आर्टिकल 15 के लिए
16. फ़ीचर फिल्म्स - सर्वश्रेष्ठ पटकथा : अनुभव सिन्हा और गौरव सोलंकी-- आर्टिकल 15 के लिए
स्क्रीनराइटर्स एसोसिएशन के बोर्ड के कई सदस्य- रॉबिन भट्ट, अध्यक्ष; सुनील सालगिया, जनरल सेक्रेटरी; और कार्यकारिणी समिति के सदस्य सत्यम त्रिपाठी, शैली, मनीषा कोर्डे, केतकी पंडित और अंजुम रजबली ने इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त किए।
इस इवेंट को स्क्रीनराइटर्स एसोसिएशन के युट्यूब चैनल और उनके फेसबुक पेज पर देखा जा सकता है। -
एसडबल्यूए के बारे में -
एसडबल्यूए यानि की स्क्रीनराइटर्स असोसिएशन (पूर्व में:फिल्म रायटर्स असोसिएशन) एक भारतीय फिल्म, टीवी, डिजिटल मिडिया के लिए लिखनेवाले पटकथा लेखकों तथा गीतकारों का व्यावसायिक संगठन है। एसडबल्यूए द्वारा संचालित 25000 से अधिक लेखकों का यह संघटन सदस्यों के काम करने की स्थिति, व्यावसायिक करार से जुड़े हुए अधिकारों, विशेष सुविधाओं के हक़ तथा मुआवजों के अधिकारों संरक्षण करता है। पिछले 60 सालो से भारतीय फिल्म तथा टेलिव्हिजन इंडस्ट्री में लेखकों के अहम रोल को उचित स्वीकृति मिले इसलिए सामूहिक सौदे करने के लिए, क़ानूनी सलाह देने के लिए, विवादों को निपटने के लिए तथा उन्हें प्रशिक्षित करने के लिए कार्यरत है।