"मुझे लगता है कि महिला दिवस केवल एक ऐसा दिन है जहां महिलाओं का अधिक सम्मान किया जाता है, लेकिन ईमानदारी से कहूँ तो मुझे लगता है कि हर दिन महिला दिवस है। निर्णयों से भरी दुनिया में तनाव कभी भी आसान नहीं हो सकता है, लेकिन मुझे लगता है कि मेरे जैसी महिलाएं और मौजूद हर कोई इसे बड़ी ताकत और शक्ति के साथ कर सकते हैं। हमें डिस्काउंट्स, गिफ्ट्स, स्पा और फ्री सेर्विसिस के लिए सिर्फ एक दिन होने की आवश्यकता नहीं है। हम सभी अपने लिए उन चीजों को खरीदने में बहुत सक्षम हैं। हमें वास्तव में सच्चे अर्थों में समानता की आवश्यकता है - समान पे -चेक, समान अवसर , और जीवन के सभी क्षेत्रों में लैंगिक समानता।"
वह आगे कहती हैं, "हम लगभग 20वीं सदी में हैं, अभी भी महिलाओं को कई चीजों के आधार पर जज किया जा रहा है जो एक कड़वी सच्चाई है। मुझे लगता है कि सच्चा सशक्तिकरण महिलाओं की प्रगति में बाधा डालने वाली प्रणालीगत बाधाओं को खत्म करने में निहित है। हमें सिर्फ इसकी जरूरत नहीं है यह जानने का दिन कि हम विशेष है, या हमें फूलों या किसी भी चीज़ की आवश्यकता है क्योंकि मैं पूरी तरह से माइली साइरस से संबंधित हूं जो उनके गाने फ्लावर्स में कहती है, आई कैन बुय माइसेल्फ फ्लावर्स, और मैं खुद को सोलो डेट्स, सोलो ट्रिप्स पर भी ले जा सकती हूं, जो मैं चाहती हूं और हर कोई महिला इस दुनिया की चाहती है की हमे ज़िन्दगी हमारे तरीके से जीने देना चाहिए न की किसी और के इशारो पर, और सब कुछ एक्वाली ट्रीट किया जाना चाहिए, क्योंकि हम एक आदमी से कहीं अधिक चीजें करने के बहुत ज़्यादा काबिल है।", ज्योति सक्सेना कहती हैं।
जैसा कि दुनिया महिलाओं की उपलब्धियों और योगदान का जश्न मनाती है, ज्योति सक्सेना का संदेश एक शक्तिशाली अनुस्मारक के रूप में कार्य करता है कि महिला दिवस केवल उत्सव का दिन नहीं है, बल्कि सार्थक परिवर्तन के लिए उत्प्रेरक है। हमे भी पूरा यकीन है की आप अभिनेत्री की इस बात से यकीन करेंगे|