अरमान (23) ने कहा कि, "मेरी फिल्म 'लेकर हम दीवाना दिल' प्रदर्शित हो चुकी है। पिछले एक साल से मेरी सह कलाकार दीक्षा और फिल्म के निर्देशक आरिफ अली सर फिल्म में इतने व्यस्त रहे कि जैसे फिल्म में ही जिए, फिल्म में ही सोए। फिल्म पूरी होने के बाद इसके प्रदर्शन को लेकर उत्साह था। अब फिल्म प्रदर्शित होने के बाद जो खालीपन मैं महसूस कर रहा हूं, वह बता नहीं सकता।
अरमान ने पहली फिल्म में काम करने का अपना अनुभव साझा करते हुए बताया, "'लेकर हम दीवाना दिल ' मेरे लिए हमेशा खास रहेगी। इसकी शूटिंग के दौरान मैंने बहुत कुछ सीखा। मैंने सिर्फ एक अभिनेता होने के नाते नहीं, बल्कि एक इंसान होने के नाते इसमें अभिनय किया है।"
उन्होंने कहा कि फिल्म में काम करने के बाद उनके विचार खुले हैं। अरमान ने कहा, "इम्तियाज सर (निर्देशक आरिफ अली के भाई), आरिफ सर को भारतीय गांव कस्बे बेहद पसंद हैं। फिल्म शूटिंग के दौरान मैं कई ऐसी जगहों पर गया, जहां के लोग अपने घरों और कस्बों से कभी बाहर ही नहीं निकले, कभी रेल में यात्रा नहीं की। फिल्म में काम करने के दौरान मुझे बिल्कुल नए अनुभव हुए, जीवन के विभिन्न पहलुओं का पता चला।"
अरमान का कहना है कि हिंदी सिनेमा जगत के प्रतिष्ठित कपूर खानदान का हिस्सा होने के फायदे भी हैं और नुकसान भी। इसके अलावा कम ही लोगों को यह बात पता है कि अरमान बच्चन परिवार से भी जुड़े हैं। अमिताभ की बेटी श्वेता की शादी अरमान के मौसेरे भाई से हुई है।