यह उलझन है फिल्म की लम्बाई को लेकर। जहाँ सूरज बड़जात्या की फ़िल्में अपनी लम्बाई और थोड़ी-थोड़ी देर के बाद गुनगुनाहट के लिए जानी जाती है वहीं इस बार भी बड़जात्या 'प्रेम रतन धन पायो' को उसी पैटर्न पर लेकर जाना चाह रहे हैं। लेकिन वहीं सलमान चाहते हैं कि फिल्म क्रिस्पी और छोटी हो।
भला सूरज बड़जात्या जैसे दिग्गज और मंझे हुए निर्देशक को उनके प्रोजेक्ट के मामले में भला कौन नसीहत दे सकता है लेकिन अगर वह कौन सलमान खान हो तो बात अलग हो सकती है क्योंकि दोनों के रिश्ते काफी पुराने और मजबूत हैं।
हालाँकि फिल्म बड़जात्या के पुराने अंदाज में ही होगी या सलमान की राय के अनुसार छोटी और क्रिस्पी यह तो फिल्म रिलीज होने के बाद ही पता चलेगा।