ये सच है कि बारिश की कमी के कारण अकाल पड़ता है
लेकिन ये भी सच है कि भारत के लोगों में इस बुराई से
लड़ने की शक्ति नहीं है।
ज़रुरत तब तक अंधी होती है जब तक उसे होश न आ जाये, आज़ादी ज़रुरत की चेतना होती है|
कोई भी आपको आज़ादी नहीं दे सकता, कोई भी आपको न्याय या बराबरी नहीं दे सकता, अगर आप आदमी हैं तो इसे खुद हासिल करो।
जो आपको पसंद है उसे करना आज़ादी है। जो आप कर रहे हो उसे पसंद करना ख़ुशी है।
आज़ादी का मतलब है जिम्मेदारी। इसी लिए ज्यादातर आदमी इससे कतराते हैं।
पिंजरे में बंद पक्षी एक दूसरे को स्वीकार करते हैं लेकिन आज़ादी की उड़ान ही उनकी चाहत होती है।