
व्यक्ति अपने विचारों से निर्मित प्राणी है, वह जो सोचता है वही बन जाता है!

यदि आप भय पर विजय पाना चाहते हैं तो घर पर बैठ कर उसके बारे में सोचिये मत! बाहर निकालिए और व्यस्त हो जाइये!

जब प्यार और नफरत दोनों ही ना हो तो हर चीज साफ़ और स्पष्ट हो जाती है!

अगर तुम्हे लगता है कि तुम्हारी टीचर कठोर है, तो तब तक इंतज़ार करो जब तक तुम्हे बॉस नहीं मिल जाता!

सफल व्यक्ति बनने का प्रयास मत करिए,बल्कि सिद्धांतों वाला व्यक्ति बनने का प्रयत्न करिए!

फूलों की सुगंध केवल वायु की दिशा में फैलती है! लेकिन एक व्यक्ति की अच्छाई हर दिशा में फैलती है!

ये सोचना झूठ है कि आप उतने अच्छे नहीं हैं। ये सोचना झूठ है कि आप किसी काम के नहीं हैं।

निपुणता एक सतत प्रक्रिया है, कोई दुर्घटना नहीं।

लगातार पवित्र विचार करते रहे बुरे संस्कारों को दबाने के लिए एकमात्र समाधान यही है।

हम जिसकी उम्मीद करते हैं वो देने के लिए जीवन बाध्य नहीं है।