भय से ही दुःख आते हैं, भय से ही मृत्यु होती है और भय से ही बुराइयाँ उत्पन्न होती हैं।
निराश हुए बिना पराजय को सह लेना, पृथ्वी पर साहस की सबसे बड़ी मिसाल है।
मानव के सभी गुणों में साहस पहला गुण है, क्योंकि यह सभी गुणों की जिम्मेदारी लेता है।
कुरीति के अधीन होना कायरता है, उसका विरोध करना पुरुषार्थ है।
सौभाग्य वीर से डरता है और सिर्फ भीरु को भयभीत करता है।
कायरता से कहीं ज्यादा अच्छा है, लड़ते-लड़ते मर जाना।